नई दिल्ली: नागपुर के एक पान विक्रेता के बेटे, शुभम दुबे को जैकपॉट मिला है क्योंकि राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें आईपीएल 2024 की नीलामी में 5.80 करोड़ रुपये की भारी कीमत पर खरीदा है। विदर्भ के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाले शुभम दुबे की क्रिकेट यात्रा, घर की आर्थिक स्थिति ख़राब होने के कारण आसान नहीं रही है, वित्तीय बाधाओं को पार करते हुए, आईपीएल में इतनी बड़ी रकम मिलना उनके समर्पण और प्रतिभा का प्रमाण है।
शुभमदुबे के पिता बद्री प्रसाद नागपुर के कमल चौराहे पर पान की दुकान चलाते हैं। आईपीएल नीलामी में 27 वर्षीय क्रिकेटर की सफलता साधारण शुरुआत से बड़ी अचीवमेंट को दर्शाती है। एक समय था जब शुभम दुबे एक जोड़ी बैटिंग ग्लव्स भी नहीं खरीद पाते थे, लेकिन घरेलू क्रिकेट में उनके टेलेंट ने आईपीएल फ्रेंचाइजी का ध्यान खींचा।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (एसएमएटी) में, दुबे ने जबरदस्त प्रदर्शन किया, 7 मैचों में 187 से अधिक की स्ट्राइक रेट और 74 के करीब औसत के साथ 222 रन बनाए, जिसमें 10 चौके शामिल थे और 18 छक्के शामिल थे। उनकी बाएं हाथ की बल्लेबाजी और पॉवरफुल हिटिंग की ताकत ने उन्हें नीलामी में एक पसंदीदा खिलाड़ी बना दिया।
उनकी इस शानदार उपलब्धि का जश्न नागपुर में मनाया गया, जहां उनके घर पर भीड़ जमा हो गई। घटनाओं के अप्रत्याशित मोड़ पर विचार करते हुए, दुबे ने कहा की, “यह एक अवास्तविक एहसास है। मैंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (एसएमएटी) में अच्छा प्रदर्शन किया था। इसलिए, मुझे नीलामी में चुने जाने की उम्मीद थी। हालांकि, ईमानदारी से कहूं तो, मुझे इतनी बड़ी रकम की उम्मीद नहीं थी।”
शुभम दुबे की क्रिकेट जर्नी चुनौतियों से रहित नहीं थी। उन्होंने अपने दिवंगत गुरु, वकील और एडवोकेट इलेवन क्लब के संस्थापक सुदीप जयसवाल की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया। वित्तीय कठिनाइयों पर काबू पाने में जयसवाल का समर्थन महत्वपूर्ण था, जिससे दुबे को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए किट और अवसर मिले। दुबे ने आभार जताते हुए कहा, ‘उनके बिना मैं विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन (वीसीए) टीम में जगह नहीं बना पाता।’
कई वर्षों से राजस्थान रॉयल्स के रडार पर रहने वाले, शुभम दुबे के हालिया बेहतरीन प्रदर्शन ने उन्हें आईपीएल की सुर्खियों में ला दिया। उनकी कहानी क्रिकेट की दुनिया में विपरीत परिस्थितियों पर विजय का एक प्रेरक उदाहरण है।