नई दिल्ली। हनुमान जयंती यानी कि बजरंग बली का जन्मोत्सव (Hanuman Jayanti 2024) कल यानी 23 अप्रैल को बड़े ही धूम – धाम के साथ देशभर में मनाया जायेगा। हनुमान जयंती हर बार चैत्र मास की पूर्णिमा (Chaitra Purnima) को मनाया जाता है।
भक्ति, शक्ति और निस्वार्थता का प्रतीक माने जाने वाले हनुमान जी जरूरतमंद लोगों को सांत्वना और सहायता प्रदान करने के लिए जाने जाते हैं। हनुमान की पूजा करने से सभी नकारात्मक ऊर्जाएं दूर हो सकती हैं और आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।
केसरी और अंजना के घर जन्मे, भगवान हनुमान का जन्म तब हुआ जब उनके माता-पिता ने एक बच्चे के लिए भगवान वायु की घोर तपस्या की। हनुमान को शिव का ग्यारहवां अवतार भी बताया जाता है। राम भक्त हनुमान जी चिरंजीवी हैं।
ऐसी मान्यता है कि हनुमान जी की सच्चे दिल से भक्ति और पूजा अर्चना करने से सभी प्रकार के भय, रोग, पीड़ा से मुक्ति मिलती है। तो आईये आपको बताते हैं कि हनुमान जी को आप किस चीज का भोग (Hanuman janmotasav Bhog) तो वह जल्द प्रसन्न होंगे।
बेसन के लड्डू का लगाए भोग
वैसे तो बेसन के लड्डू बच्चों से लेकर हर उम्र के लोगों को बेहद ही ज्यादा प्रिय होता है। लेकिन, भगवान बजरंग बली को बेसन से बने लड्डू प्रिय हैं, कहा जाता है यदि आपकी कोई मनोकामना पूरी नहीं हो रही है तो आप बजरंगबली को मंगलवार के दिन बेसन के लड्डू बनाकर भोग लगा सकते हैं। ऐसा करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएगी।
इमरती या जलेबी का भोग
इमरती या जलेबी का नाम सुनते ही आपके भी मुंह में पानी आना शुरू हो गया है। हनुमान जी को इमरती और जलेबी बेहद ही ज्यादा पसंद है। हनुमान जी की कृपा पाने के लिए हनुमान जन्मोत्सव के मौके पर आप इनका भोग लगा सकते हैं। ऐसे करने से आपके उपर भगवान की कृपा हमेशा ही बनी रहेगी।
लाल फल का लगाए भोग
हनुमान जी को सेब, लीची जैसे लाल फल बहुत ही ज्यादा पसंद होते हैं। हनुमान जयंती पर लाल सेब चढ़ाना काफी फलदायी होता है। ऐसी मान्यता है कि इससे मंगल दोष खत्म होता है और मांगलिक कार्य में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आती है।
गुड़-चना का लगाए भोग
ऐसी मान्यता है कि बजरंगबली को हनुमान जयंती पर गुड़ चने का भोग लगाया जा सकता है। इससे मंगल और सूर्य संबंधित दोष खत्म होते हैं।
हनुमान जी को भूलकर भी न चढ़ाएं ये भोग
बजरंगबली की पूजा में कभी दूध से बनी चीजों का भोग भूलकर भी नहीं लगाना चाहिए। दरअसल, दूध चंद्रमा का कारक है और बजरंगबली जी की शक्ति मंगल ग्रह के गुणों का प्रतीक है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. timesbull.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.)