क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक ऐसी जगह है जहां तलाक को खुशी से मनाया जाता है? जी हां, पश्चिम अफ्रीका का देश मॉरीशिया (वास्तव में मॉरिटानिया) एक अनोखी परंपरा के लिए जाना जाता है, जहां तलाकशुदा महिलाएं धूमधाम से जश्न मनाती हैं।
शादी की तरह होता है तलाक का जश्न
बाजे-गाजे, नाच-गाना और दावत! मॉरिटानिया में तलाक का जश्न शादी की तरह ही धूमधाम से मनाया जाता है। महिला की मां ढोल बजाकर समुदाय को सूचित करती हैं कि उनकी बेटी अब तलाकशुदा है और एक नए जीवन की शुरुआत कर रही है।
आत्मनिर्भर बनती हैं तलाकशुदा महिलाएं
तलाक के बाद, ये महिलाएं अपने मायके लौट आती हैं। जहां उन्हें परिवार का पूरा सहयोग मिलता है। खास बात ये है कि मॉरिटानिया में कई बाजार सिर्फ तलाकशुदा महिलाओं द्वारा ही चलाए जाते हैं। ये बाजार कपड़े से लेकर रोज़मर्रा की ज़रूरत का हर सामान बेचती हैं। स्थानीय लोग इन बाजारों से खरीदारी करते हैं और कई पर्यटक भी इस अनोखी परंपरा को देखने के लिए आते हैं।
तलाक का जश्नढोल, गाने और नाच के साथ मनाया जाता है। मायके का सहयोगतलाकशुदा महिला को परिवार का पूरा समर्थन मिलता है। तलाकशुदा महिला बाजार सिर्फ तलाकशुदा महिलाओं द्वारा चलाए जाने वाले बाजार।
खुशी का प्रतीक है तलाक
मॉरिटानिया में कई बार तलाक होना आम बात है। इसलिए, महिलाओं के लिए यह दुःख का विषय नहीं बल्कि खुशी का प्रतीक माना जाता है। तलाक के बाद, महिला अपने बच्चों के साथ मायके चली जाती है। वहां मां और बहनें उसका गर्मजोशी से स्वागत करती हैं।
पुरुष फिर से रिश्ता जोड़ने की कोशिश
कुछ दिलचस्प परंपराएं भी यहां देखने को मिलती हैं। कभी-कभी कुंवारे लोग भी पार्टी देते हैं ताकि वे किसी तलाकशुदा महिला को रिझा सकें। कई बार, एक तलाकशुदा महिला का पूर्व पति भी इस पार्टी के जरिए उसे मनाने की कोशिश करता है।
मजबूत और स्वतंत्र हैं तलाकशुदा महिलाएं
मॉरिटानियाई पुरुष तलाकशुदा महिलाओं को परिपक्व और बुद्धिमान मानते हैं। इसलिए, ज्यादातर वे ऐसी महिलाओं को ही अपनी जीवनसाथी के रूप में चुनना पसंद करते हैं। क्योंकि ये महिलाएं उन्हें आर्थिक रूप से भी सशक्त बनाती हैं।
बच्चों की कस्टडी मां को मिलती है
मॉरिटानिया में ज्यादातर महिलाएं मुस्लिम हैं। तलाक के बाद मां को ही बच्चों की कस्टडी मिल जाती है। ऐसे में उन्हें अपने और बच्चों के पालन-पोषण के लिए काम करना पड़ता है। कुछ महिलाएं नौकरी करती हैं। तो कई महिलाएं या तो यहां के तलाकशुदा महिला बाजार में दुकान खोलती हैं या वहीं काम करके अपना गुजारा करती हैं। कई महिलाएं फर्नीचर की दुकानें भी चलाती हैं। तलाक उनके लिए एक नई शुरुआत है, जहां वे खुश रह सकती हैं और अपनी मर्जी से फिर से शादी कर सकती हैं।