भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज ईशान किशन ने वेस्टइंडीज की टीम के खिलाफ 3 मैचों की वनडे सीरीज में गज़ब की बल्लेबाजी की। उन्होंने तीनों मुकाबलों में शानदार अर्धशतक जड़कर टीम इंडिया को एक मज़बूत शुरुआत दिलाने में अहम किरदार निभाया। इस सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी ईशान किशन ही रहे, उन्होंने 3 पारियों में कुल 184 रन अपने नाम किए।
नाख़ुश हैं ईशान किशन
युवा बल्लेबाज़ ईशान किशन ने तीसरे वनडे मुकाबले में बेहतरीन शुरुआत करते हुए 64 गेंदों में 77 रन की आतिशी पारी खेली। इस दौरान उन्होंने 120 के स्ट्राइक रेट के साथ तेज़-तर्रार बल्लेबाज़ी की। सीरीज में उनके इस लाजवाब प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज के अवॉर्ड से नवाजा गया। इस दौरान ईशान किशन अवॉर्ड जीतने के बाद भी नाखुश नज़र आए। ईशान किशन ने कहा कि उन्हें एक बात के लिए हमेशा मलाल रहने वाला है।
दरअसल, भारतीय टीम के ओपनिंग बल्लेबाज़ ईशान किशन ने पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन के दौरान कहा कि वह नाखुश हैं क्योंकि उन्हें एक बड़ी पारी खेलनी थी। ईशान किशन ने कहा कि उन्होंने जो फिनिशिंग दी उससे वह खुश नहीं हैं, क्योंकि उन्होंने जिस तरह से अपने पारी की शुरुआत की उन्हें अंत तक भी उसी शानदार तरीके से बल्लेबाज़ी करनी थी। उनके सीनियर खिलाड़ियों ने भी उनसे यही कहा कि उन्हें ज्यादा देर तक क्रीज पर टिकना चाहिए था और एक बड़ा स्कोर बनाने के बाद ही वापस लौटना चाहिए था।
विकेटकीपर बल्लेबाज़ ईशान किशन ने कहा कि अगली बार वह यहीं कोशिश करेंगे कि वह बीच में सेट हो जाएं और बड़ा स्कोर बनाकर ही वापस लौटें। इस स्तर पर टिककर बल्लेबाज़ी करना काफी जरूरी होता है। आखिरी मैच को भूलना होता है और शून्य से शुरुआत करना बेहद जरूरी है। वह हर वक़्त हर गेंद को खेलने के बारे में सोच रहे थे।