नई दिल्लीः प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की कार्रवाई में झारखंड सरकार में मंत्री आलम के निजी सचिव के नौकर के यहां छापेमारी में बड़ी नकदी निकली। सचिव के नौकर के घर से ईडी ने करीब 20 से 30 करोड़ रुपये कैश बरामद किया, जिस देखकर हर कोई हैरान रह गया। उसी घर में दूसरी जगह से भी तीन करोड़ रुपये बरामद हुए। मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले में आमगीर का नाम सामने आने के बाद ईडी ने कार्रवाई की थी।
ईडी को मिली जानकारी के अनुसार, आलम के मंत्रालय में भ्रष्टाचार चल रहा था और ये पैसा नौकरों के घर पर जा रहा था। इसके बाद मंत्री के निजी सचिव के नौकर के यहां छापेमारी करने का काम किया जा रहा था। ईडी के अधिकारी वहां पहुंचे तो उन्हें इतना कैश मिलने का अनुमान भी नहीं था, क्योंकि किसी शख्स की सैलरी कुल 15 हजार रुपये महीना था। हालांकि, अब ईडी के अधिकारिकयों ने नोट गिनने की मशीन और कर्मचारियों को बुला लिया है।
इतने रुपये की रिश्वत का मामला
प्रवर्तन निदेशालय ने मई महीने में मुख्य अभियंता के यहां 10 हजार रुपये की रिश्वत के मामले में छापेमारी करने का काम किया था। इसके बाद उनका बयान दर्ज किया गया। इस दौरान उन्होंने बताया कि मिनिस्टर के यहां रिश्वत का पैसा पहुंचाया जाता है।
उसके बाद झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम का नाम पहली बार सामने आया था। इस जांच के दौरान ही आलमगीर के निजी सचिव संजीव लाल का नाम सामने आया। अब संजीव लाल के घर में काम करने वाले नौकर के यहां ये कैश बरामद किया गया था।
वहीं, इस मामले पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने गोड्डा से कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप यादव पर हमला बोला और कहा कि 30 करोड़ रुपये से ज्यादा और अभी गिनती जारी रहै। अभी और भी कैश में बढ़ोतरी हो सकती है।