नई दिल्लीः क्रिकेट की दुनिया में भगवान के नाम से पहचान बना चुके मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने बल्लेबाजी कर कुछ ऐसे रिकॉर्ड अपने नाम किए जो बाकी खिलाड़ियों के लिए लोहे की कील साबित हो रहे हैं। शतकों के शतक की बात हो या फिर वनडे में सर्वाधिक रन बनाना हो। हर मोर्च पर सचिन तेंदुलकर ने फैंस का दिल जीतकर देश-विदेशों की पिच पर रिकॉर्ड बनाया है।
क्रिकेट में भगवान का दर्जा प्राप्त करने वाले सचिन तेंदुलकर का आज 51वां जन्मदिन है, जिन्हें लोगों के बीच खूब याद किया जा रहा है। फैंस सोशल मीडिया के माध्यम से अपने चहेते खिलाड़ी को विश भी कर रहे हैं। कोई कोड लिखकर सचिन तेंदुलकर को विश कर रहा है तो कोई इंस्टाग्राम पर स्टोरी लगाकर शुभकामनाएं दे र हा है। आज उनके जन्मदिन के मौके पर हम आपको कुछ बड़े रिकॉर्ड के बारे में बताने जा रहे हैं।
शतकों का शतक मारने वाले पहले खिलाड़ी सचिन
भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने वैश्विक क्रिकेट में अपनी अमिट छाप छोड़ी। क्रिकेट में कई ऐसे रिकॉर्ड हैं जो टूटने बड़े ही मुश्किल नजर आते हैं। उनके नाम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 100 शतक हैं। मास्टर ब्लास्टर का यह एक ऐसा अनोखा रिकॉर्ड है जो शायद ही कोई बल्लेबाज तोड़ सकेगा।
इसके साथ ही सचिन के नाम 664 इंटरनेशनल मैचों में 100 शतक हैं। इस मामले में दूसरे स्थान पर भारतीय टीम के विराट कोहली हैं, जो अबी 20 शतक पीछे हैं। 24 साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले सचिन ने टेस्ट में 51 और वनडे में 49 शतक लगाने का काम किया है कोहली को अगर यह रिकॉर्ड तोड़ना है तो उन्हें 21 शतक और लगाने होंगे।
यह अभी संभव होता नहीं दिख रहा है। विराट कोहली अपनी बल्लेबाजी से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर वो धार नहीं दिखा पा रहे हैं, जिसके लिए वे जाने जाते हैं। वहीं, सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में 15921 रन बनाए। कोई अन्य बल्लेबाज 14000 टेस्ट रन भी नहीं बना पाया है। उन्होंने 15921 रन में 53.78 की औसत से रन बनाने का काम किया है।
सबसे ज्यादा खेले टेस्ट मैच
शतकों के महावीर, सचिन तेंदुलकर ने 16 साल की आयु में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था। वे लगातार 24 साल यानी 40 साल की उम्र तक खेलते रहे। अपने लंबे करियर में सचिन तेंदुलकर ने 200 टेस्ट मैच खेले। यह उन रिकॉर्ड्स में से एक है, जिसके टूटने की उम्मीद नहीं है। इस दौरान उन्होंने 463 वनडे खेलने के बाद संन्यास ले लिया। इस मामले में दूसरा नंबर श्रीलंका के महेला जयवर्धने हैं, जिन्होंने 448 वनडे मैच खेले हैं।