मुंबई: भाजपा विधायक राम कदम (BJP MLA Ram Kadam) ने कहा है कि महाराष्ट्र सरकार ने फैसला किया है कि सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच फिर से विशेष जांच दल (एसआईटी) करेगी। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में यह बात कही। भाजपा विधायक ने आरोप लगाया कि 68 दिनों तक उद्धव ठाकरे की सरकार ने केस सीबीआई को नहीं सौंपा। कब सौंपा गया, कब उनके घर का फर्नीचर हटा दिया गया, घर की पुताई कब हुई, घर पुराने मालिक को कब सौंपा गया, बिहार से पुलिस आ रही थी, उन्हें जांच नहीं करने दी गई। इन सभी बिंदुओं को जब आप जोड़ेंगे तो साफ पता चलता है कि उद्धव ठाकरे की सरकार ने सबूतों को नष्ट करने की हिम्मत की।
दोबारा जांच होनी चाहिए
आपको बता दें कि हाल ही में सीबीआई ने इस केस में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की थी। इसमें कहा गया था कि अभिनेता की मौत की वजह आत्महत्या थी और इसके लिए उन्हें किसी ने उकसाया नहीं था। भाजपा विधायक ने दावा किया कि यही वजह है कि सुशांत सिंह राजपूत के परिवार को न्याय नहीं मिला। अगर सीबीआई ने न्यायपालिका के सामने क्लोजर रिपोर्ट पेश की है तो इसका मतलब बिल्कुल साफ है। इसका मतलब यह है कि जिस तरह से आरुषि केस में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की गई थी, न्यायपालिका ने उसे स्वीकार नहीं किया। उसी तरह इस (सुशांत सिंह राजपूत) केस की भी दोबारा जांच होनी चाहिए।
कमरे में मृत पाए गए
राम कदम ने आगे कहा, “महाराष्ट्र सरकार ने एक कदम आगे बढ़कर यह फैसला किया है कि दिशा सालियान मामले की जांच कर रही एसआईटी नए सिरे से इसकी जांच करेगी। आज मैंने विधानसभा में यह मुद्दा उठाया। अब कम से कम सुशांत सिंह राजपूत के परिवार और उनके चाहने वालों को न्याय जरूर मिलेगा।” 14 जून 2020 को अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत अपने कमरे में मृत पाए गए थे। बिहार से ताल्लुक रखने वाले सुशांत ने कम समय में ही अपने अभिनय के दम पर दर्शकों के दिलों में खास जगह बना ली थी। इस घटना ने उनके चाहने वालों को झकझोर कर रख दिया था। इस मामले में महाराष्ट्र से लेकर बिहार तक खूब राजनीतिक बयानबाजी भी देखने को मिली थी।
ये भी पढ़ें: राहुल गांधी के साथ संसद में हुआ नाइंसाफी, इस शख्स पर लगाया आरोप, कार्यवाही की गई स्थगित