नई दिल्ली: आकाश चोपड़ा ने टी20 और वनडे फोर्मेटो में सूर्यकुमार यादव के अलग-अलग प्रदर्शन पर बात की और बताया वह टी20 में ही बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं लेकिन वनडे में उनको चुनौतियों का सामना करना पड़ता हैं। सूर्यकुमार ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज के पहले टी20 में भारतीय टीम की कप्तानी की और दो विकेट से जीत हासिल कर और मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार भी अपने नाम किया।
वनडे और टी20ई में सूर्यकुमार के आंकड़ों की तुलना करते हुए, चोपड़ा ने उनके प्रदर्शन में बड़े अंतर पर प्रकाश डाला। टी20 अंतरराष्ट्रीय में, सूर्यकुमार ने 54 मैचों में 46.85 के औसत और 173.38 के जबरदस्त स्ट्राइक रेट के साथ प्रभावशाली आंकड़े पेश किए हैं। दूसरी ओर, उनके वनडे रिकॉर्ड में 37 मैच शामिल हैं, जिसमें 25.77 का औसत और 105.03 का स्ट्राइक रेट है।
टी20 में अच्छा प्रदर्शन करने और वर्तमान में टी20 अंतर्राष्ट्रीय बल्लेबाजों की रैंकिंग में टॉप स्थान पर रहने के बावजूद, सूर्यकुमार को वनडे फॉर्मेट में चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, जिसमें केवल चार अर्द्धशतक दर्ज किए गए हैं और कोई शतक नहीं है।
आकाश चोपड़ा ने सूर्यकुमार की टी20 सफलता के पीछे के कारणों की गहराई से पड़ताल की और इसका श्रेय उनके अंदर के DNA को दिया, जो टी20 क्रिकेट की मांगों के अनुरूप है।
आकाश चोपड़ा के मुताबिक, सूर्यकुमार यादव फॉर्मेट को समझते हैं और उसके अनुसार अपना दृष्टिकोण अपनाते हैं। यह अनुकूलनशीलता उनके गेमप्ले में स्पष्ट है, जो न केवल उनके प्रदर्शन को प्रभावित करती है, बल्कि विपक्ष द्वारा अपनाई गई रणनीतियों को भी प्रभावित करती है, जैसा कि फ़ील्ड प्लेसमेंट में परिलक्षित होता है।
सूर्यकुमार की क्रिकेट यात्रा पर अपना दृष्टिकोण पेश करते हुए, चोपड़ा ने सुझाव दिया कि वह एक टी20 एक्सपर्ट के रूप में आगे बढ़ सकते हैं।