नई दिल्लीः इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल के सत्रहवें सीजन में मुंबई इंडियंस ने इतना खराब प्रदर्शन किया की टीम पहले ही प्लेऑफ की रेस से बाहर हो चुकी है। 5बार की आईपीएल विजेता टीम से इस बार बिल्कुल भी शर्मनाक प्रदर्शन की उम्मीद नहीं थी। खराब प्रदर्शन की बदौलत टीम के सभी खिलाड़ियों को लगातार ट्रोल भी किया जा रहा है।
इनमें सबसे ज्यादा हार्दिक पांड्या को फैंस छपरी और नेहस्ति तक कहकर चिढ़ाने का काम कर रहे हैं। वैसे भी मुंबई इंडिंयस फ्रेंचाइजी ने जब से हार्दिक पांड्या को अपना कप्तान घोषित किया, तभी से वे फैंस के निशाने पर हैं। रोहित शर्मा को कप्तानी से हटाने का फैसला फैंस को रास नहीं आया। कुछ खिलाड़ियों का मानना है कि खराब नेतृत्व की वजह से ही मुंबई इंडियंस आईपीएल में नौवें स्थान पर है। इससे खिलाड़ियों में काफी निराशा छाई है। एक बार फिर मुंबई इंडियंस के कुछ खिलाड़ियों ने हार्दिक पांड्या की कप्तानी को लेकर सवाल उठाया है।
टीम के प्रमुख खिलाड़ी कर रहे पांड्या की बगावत
एक मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मुंबई इंडियंस के कुछ प्रमुख खिलाड़ी लगातार हार्दिक पांड्या के नेतृत्व पर सवाल उठा रहे हैं। रिपोर्ट के मुातबिक, मुंबई इंडियंस के प्रमुख खिलाड़ियों ने हाल ही में कोचिंग स्टाफ को बताया कि ड्रेसिंग रूम में चर्चा की कमी देखने को मिल रही थी। इसका कारण हार्दिक की नेतृत्व शैली मानी जा रही थी थी।
मुंबई इंडियंस के एक अधिकारी मुताबिक, यह नेतृत्व का संकट नहीं है, बल्कि इस बात का संकेत है कि जो टीम पिछले 10 वर्षों से रोहित की कप्तानी की आदी थी। वह अभी भी नेतृत्व परिवर्तन के साथ तालमेल बिठा रही है। इसका खामियाजा टीम को भुगतना पड़ रहा है।
इसके साथ ही बैठक का हिस्सा बनने वाले भारतीय सितारों में मुंबई इंडियंस के पूर्व कप्तान रोहित शर्मा, सूर्यकुमार यादव और जसप्रीत बुमराह भी शामिल रहे थे। इस बीच उन्होंने अपने विचार प्रकट किए और टीम के अच्छा प्रदर्शन नहीं करने की वजहों पर इसारा किया। यह भी पता चला है कि बाद में कुछ सीनियर और टीम प्रबंधन प्रतिनिधियों के बीच आमने-सामने बातचीत हुई।
हार्दिक पांड्या की जाएगी कप्तानी!
दिल्ली कैपिटल्स से मिली करारी हार के बाद हार्दिक पांड्या ने सीधे तौर पर तिलक वर्मा को दोषी ठहराया था। हार्दिक पांड्या ने कहा था कि जब अक्षर बॉलिंग कर रहे थे तो तिलक वर्मा को उनके पीछे जाना बेहतर विकल्प हो सकता है। उन्होंने कहा था कि मुझे लगाता है कि यह बस खेल के प्रति थोड़ी जागरूकता थी, जिसे हम चूक गए। इसी कारणवश मैच गंवाना पड़ा।
यह बात ड्रेसिंग रूम में बैठे खिलाड़ियों को सही नहीं लगी। सीनियर खिलाड़ियों के मुताबिक, हार के लिए किसी भी खिलाड़ी को इस तरह दोषी ठहराना सही नहीं है। इसलिए माना जा रहा है कि जरूरत पड़ने पर उन्हें कप्तानी से भी हटाया जा सकता।