नई दिल्ली: क्रिकेट परिणाम के हिसाब से ही विषम परिस्थितियों का खेल नहीं, बल्कि खिलाड़ियों को अपनी सुरक्षा करना भी किसी चुनौती की तरह बना रहता है। आपने देखा होगा कि क्रिकेट खेलते समय अचानक बल्लेबाज और गेंदबाज चोटिल हो जाते हैं, जिसके कारण लंबे समय तक बेंच पर बैठना पड़ता है।
क्रिकेट में कुछ घटनाएं तो ऐसी हुई हैं जब खिलाड़ियों के सिर और पैर में गेंद लगने के लिए चलते मैदान से उठाकर ले जाना पड़ा। ऐसी घटनाएं बल्लेबाजों के साथ उस समय ज्यादा होती है तब सामने तेज गेंद हो। आज हम आपको कोई पुरानी बात नहीं बल्कि नई घटना के बारे में बताने जा रहे हैं, जो वेस्ट इंडीज और ऑस्ट्रेलिया के मैच से जुड़ी हुई है।
तेज गेंदबाज ने ऐसा बाउंसर मारा कि हर सामने खड़ें आंद्रे रसेल की सिट्टी बिट्टी ही गुल हो गई। हालांकि रसेल ने टीम को मैच जीता जरूर दिया, लेकिन अगर यह बाउंसर उनके दस्तानों से नहीं लगता तो शायद चोट लग सकती थी।
10वें ओवर की पहली बॉल पर घायल होने से बचे रसेल
वेस्टइंडीज के तूफानी बल्लेबाज आंद्रे रसेल घायल होने से बाल-बाल बच गए। दरअसल, 10वें ओवर की पहली बॉल पर रसेल शॉट मारने की सोच रहे थे, इसलिए बैकफुट पर खड़े थे। लेफ्ट आर्म पेसर ने शॉर्ट बॉल फेंकर उन्हें चौंका दिया। शॉर्ट बॉल बेहद तेजी से जाकर रसेल ने गल्व्स में जा लगी।
दर्द से बिलबिलाते हुए रसेल जमीन पर गिर गए। कुछ देर में वे उठकर खड़े जरूर हुए, लेकिन दर्द से बिलबिलाते हुए अपने दस्ताने उतार डाले। इस चोट के बावजूद रसेल ने हिम्मत दिखाई और बल्ले से तूफानी मचाने जारी रखा। उन्होंने पारी के 19वें और लेग स्पिनर एडम जम्पा के आखिरी ओवर में चार छक्के और एक चौके की सहायता से 28 रन ठोके।
आखिरी मैच जीत बचाई इज्जत
वेस्टइंडीज ऑस्ट्रेलिया के हाथों तीन टी-20 मैच की सीरीज तो पहले ही हार चुकी थी। लेकिन आखिरी यानी तीसरे मुकाबले में जीत हासिल कर शून्य से हारने की लाज बचा ली। वेस्टइंडीज ने आखिरी टी-20 37 रन से जीत लिया।
ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआती दो मैच जीतकर सीरीज अपने नाम कर ली थी। रसेल ने वेस्टइंडीज के 71 रन की धमाकेदार पारी खेली, जिसके लिए कुल 29 गेंदों का सामना किया। महज 25 गेंदों में उन्होंने अपना अर्धशतक कर लिया।