नई दिल्ली: अयोध्या में बने भगवान श्रीराम के प्रतिष्ठित मंदिर में विराजमान रामलला के दर्शन को यूपी विधानसभा के अधिकांश विधायक जाएंगे। यूपी सदन के अध्यक्ष सतीश महाना ने शनिवार को बजट चर्चा के दौरान सपा अध्यक्ष और विपक्ष के नेता अखिलेश यादव को अयोध्या में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।
इस बीच विपक्षी नेता अखिलेश यादव ने कहा कि वह तभी जाएंगे जब भगवान श्री राम उन्हें बुलाएंगे। नए खुले मंदिर में पूजा करने का निमंत्रण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने विधानमंडल के दोनों सदनों के सदस्यों को दिया था। महाना ने कहा कि विधायक रविवार सुबह बसों से अयोध्या जाएंगे।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, आदित्यनाथ और उनके कैबिनेट मंत्री भी रविवार को हवाई मार्ग से अयोध्या जाएंगे और मंदिर में राम लला के दर्शन करेंगे। यह स्पष्ट नहीं है कि विधानसभा के 400 विधायकों और विधान परिषद के 100 सदस्यों में से कितने सदस्य अयोध्या जा रहे हैं।
सत्तारूढ़ एनडीए के विधानसभा में 277 विधायक हैं, जिनमें भाजपा और उसके सहयोगी अपना दल (सोनेलाल), निषाद पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के 252 विधायक शामिल हैं।
मुख्य विपक्षी दल एसपी के पास 108 विधायक हैं, उसके बाद राष्ट्रीय लोक दल के पास नौ, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पास दो, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के पास दो और बहुजन समाज पार्टी के पास एक विधायक है। रालोद, बसपा, कांग्रेस और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के नेताओं ने कहा कि उन्होंने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है और वे अयोध्या जाएंगे।
कैबिनेट मंत्रियों और विधायकों को लेकर दस लग्जरी बसें सुबह आठ बजे अयोध्या के लिए रवाना होंगी। परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने यात्रा की व्यवस्था की। यात्रा के दौरान बसों में राम धुन बजाई जाएगी।
22 जनवरी को भगवान राम हुए विराजमान
अयोध्या में अरबों रुपये की लागत से बने भगवान राम के मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2023 को हुई थी। इस भव्य कार्यक्रम में देश की सभी महान हस्तियां शामिल हुई थी, जिसके बाद रामलला के द्वार आम लोगों के लिए भी खोल दिए गए। अयोध्या में भगवान राम के दर्शन को बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।