नई दिल्लीः भारत में इन दिनों लोकसभा चुनाव की सरगर्मियां तेजी से चल रही हैं, जहां सभी राजनीतिक पार्टियां एड़ी से चोटी तक जोर लगा रही हैं। अभी तक दो चरण की वोटिंग पूरी हुई है, जिसे लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। पहले चरण में 102 सीट और दूसरी चरण की 88 सीटों पर वोटिंग पूरी हो चुकी है। कुल मिलाकर देशभर में सात चरणों में चुनाव होना है, जिसका तीसरा फेज 7 मई को होगा।
सभी चरणों के नतीजे आएंगे। अभी से सभी सरकार बनने की आंकलन लोग अपने-अपने स्तर से करने लगे हैं। इतना ही नहीं चाक चौराहों पर किस पार्टी को कितनी सीटें मिलेंगी, यह भी चर्चा तेजी से होने लगी है। चुनाव के बीच राजस्थान के छोटे से शहर फलोदी की चर्चा देशभर में हो रही है, जहां का सट्टा काफी सुर्खियों में बना रहता है। यहां के सट्टा बाजार में क्या कुछ चल रहा है, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।
फलोदी का सट्टा बाजार बना रहता है सुर्खियों
चुनाव से लेकर क्रिकेट और शेयर बाजार के ऊपर भी फलोदी बाजार में खूब सट्टा लगाया जाता है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यहां रोजाना कई करोड़ रुपये का सट्टा लगाया जाता है। फलोदी सट्टा बाजार की बाजी काफी उल्टी होती है, जिसका हिसाब लगाना भी आसान नहीं रहता है।
चुनाव में जिस उम्मीदवार का फलोदी बाजार प्राइस कम निकाल रहा हो तो समझो की प्रत्याशी काफी कमजोर है। कम पैसे के रेट का मतलब उस प्रत्याशी की जीत की संभावना उतनी ही अधिक मानी जाती है। फलोदी बाजार में जिन प्रत्याशियों के भाव नहीं निकल रहे तो समझो उनकी हारने की संभावना बहुत ज्यादा है। इतना ही नहीं।
जनता के मन में क्या है, यह भी जानना कोई आसान काम नहीं होता है। आपको यह जानना होगा कि फलोदी मार्केट के सटोरिए हार जीत का अनुमान कैसे लगाते हैं।
सटोरिए कैसे लगाते हार-जीत का अनुमान
जनता किस उम्मीदवार और पार्टी से अपनी नुमाइंदगी कराने वाली है, इसका अनुमान लगाने के लिए फलोदी मार्केट के सटोरिए बड़ी तैयारी करके रखते हैं। फलोदी बाजार के दावों की मानें तो इसके लिए सटोरिए लगातार अखबार पढ़ते हैं और टेलीविजन पर समाचार पर नजर गढ़ाए रखते हैं। इतना ही नहीं तमाम ओपिनियन पोल और मीडिया रिपोर्ट्स देखते हैं।
समाचारों के माध्यम से किसी नेता के कार्यक्रम में कितनी भीड़ उमड़ रही है, यह भी नजर बनाए रखते हैं। इतना ही नहीं मतदान के बाद किस क्षेत में कितना पोलिंग हुआ, यह भी जानकारी जुटा लेते हैं। इसके बाद फलोदी मार्केट में सभी सटोरिए को अपने विचार रखने का हक होता है। कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो फलोदी मार्केट में घर-घर सट्टा खेलने का काम किया जाता है।
कुछ दिन पहले ही यहां के आंकलन ने लोगों का ध्यान खींचा है। बीते साल कर्नाटक में चुनाव हुए थे। फलोदी सट्टा बाज़ार ने कांग्रेस को 137 और बीजेपी को 55 सीटें दी थीं। नतीजों में कांग्रेस को 135 और बीजेपी को 66 सीटें मिली। वहीं, 2022 में हिमाचल प्रदेश में कांटे की टक्कर के बीच कांग्रेस की जीत बताई गई थी, और ऐसा हुआ भी। फलोदी में करीब 500 साल से सट्टा खेला जाता है। सट्टा क्रिकेट और शेयर मार्केट पर जमकर खेला जाता है।