कौड़ी-कौड़ को परेशान पाकिस्तान अपनी परेशानियों में भारत के फर्जी जखमों को कुरेदता है तो उसे लगता है कि मलहम उसके जखमों को लग रहा है। उसी पाकिस्तानी मीडिया में सिरफिरा सतपाल मलिक (पूर्व गवर्नर) हीरो बना हुआ है। पाकिस्तान के थिंक टैक फाकिर सैयद एजाजुद्दीन कराची से प्रकाशित होने वाले अखबार डॉन में लिखा है कि पुलवामा में 40 जवानों की शहादत पनरेंद्र मोदी ने चुप रहने के लिए कहा था। डोभाल और अमिशाह ने कहा कि मोदी की अक्ल मार रखी है। बहुत जल्दी घिर जाएगा।
इस डॉन अखबार के बारे में एक बात और बता दूं कि यह अखबार 26 अक्टूबर 1941 को दिल्ली से ही प्रकाशित हुआ। बंटबारे के बाद कराची चला गया।
डॉन अखबार में फाकिर एजाजुद्दीन, पाकिस्तान कीं हालतों की वेस्टर्न मूवी औरकिरदारों से तुलना करते-करते वो भारत पर आ गए और पता नहीं कब, लम्बे समय से बौराए फिर रहे सतपाल मलिक का एक इंटरव्यू उन्होंने देख लिया। जिसमें वो अमित शाह की मुलाकात और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए कुछ संवेदनशील-भद्दे शब्दों का उपयोग कर रहे हैं।
फ़क़ीर सैयद एजाजुद्दीन ने सतपाल मलिक को महान क्रांतिकारी बतााय जिसने पुलवामा मे 40 जवानोंकी शहादत का सच दुनिया के सामने रख दिया। इसके बाद नरेंद्र मोदी उनसे चुप रहने के लिए कहते हैं और कहते हैं कि चुप रहो सारा ब्लेम पाकिस्तानपर आ जाएगा।
ध्यान देने वाली बात यह कि पुलवामा के ट्रेटर्स मारे जाचुके हैं। पुलवामा के बाद पाकिस्तान को घर में घुस कर मारा जा चुका है।खैबर पखतूनख्वाब के बालाकोट में 350 से ज्यादा आतंकियों को जहन्नुम वसील किया जा चुका है। दुनिया के कई इंडिपेडेंस सोर्स पाकिस्तान की भूमिका पर क्लियर लिख चुके हैं। लेकिन पाकिस्तान के अजीमुश्शान लेखक विद्वान अभी तक सिरफरे सतपाल मलिक के उस इंटरव्यू पर अटके हुए हैं जिसका न कोई सिर न उसका कोई पैर। उन्हीं करण थापर के सामने सिरफिर सतपाल मलिक ने हाथ जोड़ कर गलती स्वीकार की है।
खास बात है, फकीर एजाजुद्दीन के पास करण थापर और सतपाल मलिक का अगर पहला इंटरव्यू पहुंच गया मतलब उन्होंने देख लिया तो वो भी इंटरव्यू भी तो उन्होंने देखलिया होगा जिसमें वो हाथ जोड़कर करण थापर से कह रह हे हैं कि अमित शाह ने हमसे ऐसी कोई बात नहीं की। हमने झूठ बोला। हमसे गलती हो गई।
यदि बच्चे झूठ बोलने
का प्रयास करते पकड़े
जाते है तो हसीं आती है..!किंतु-
बड़े बुजूर्ग जब झूठ बोलते है तो
दूख होता है कि कैसे ये लोग हैं..!हमारे गांव के बुजूर्ग कहते थे कि-
"सफेदी इज्ज़त मांगती है..!"इन्हे क्या कहा जाय..इनको
इस आयु मे झूठ बोलने की क्या
आवश्यकता थी..?सादर, pic.twitter.com/6SVdsa1HJ2
— Dr Bizay Sonkar Shastri (@BizayShastriBJP) April 27, 2023
फ़क़ीर एजाजुद्दीन साहब आप तो पाकिस्तान के थिंक टैंक हो। आप शख्सियत नहीं एक ऑर्गेनाइज़ेशन हो। कोई नजीर देने से पहले सतपाल मलिक की सच्चाई जान लेते। यह बात सच है कि बीजेपी ने उन्हें कश्मीर का राज्यपाल बनाया। फिर उन्हें गोवा-मेघालय भेजा। वो बीजेपी और नरेंद्रमोदीके ख़िलाफ़ पानी में पकोड़े तलते भी रहे लेकिन आपको अपने अफसाने में सतपाल मलिक की सच्चाई भी बयान करनी चाहिए थी न। अपने ही शब्दों और स्टाइल में ही सही।
फ़क़ीर एजाजुद्दीन आप, एक बार फिर से पाकिस्तान में सतपाल मलिक का वो इंटरव्यू दिखाते और लिखते कि देखो, हमें हिंदुस्तानियों से लड़ने की जरूरत बाद में हैं हमारे मददगार हिंदुस्तानकी गलियों में घूम रहे हैं, वो खा उनका रहे हैं और गा हमारा रहे हैं। आप को तो इस बात पर खुश होना चाहिए था। बस, इस खुशी के साथ दूसरे इंटरव्यू वो हिस्से जरूर डाल देते…. अगर आपके पास नहीं हैं तो देख जरूर लीजिेए। भेज रहा हूं। अब डाल दीजिएगा।