नई दिल्ली Credit Card Limit: हर रोज बदलती जीवनशैली में क्रेडिट कार्ड काफी महत्वूपूर्ण हो गया है। इमरजेंसी में क्रेडिट कार्ड एक बड़ा साथी बना रहा है। लेकिन क्रेडिट कार्ड के उपयोग करने वालों के बीच में अक्सर एक उलझन रहती है कि क्या उनको अपनी क्रेडिट लिमिट को स्थिर रखना चाहिए या
फिर अपने बढ़ते खर्चों को पूरा करने के लिए समय-समय पर लिमिट को बढ़ाना चाहिए। यदि बढ़ाना चाहिए तो उसका सबसे ही समय क्या होगा। चलिए इस सवाल के बारे में जानते हैं।
इनकम और क्रेडिट स्कोर की डिटेल
अगर आपकी हाल ही में सैलरी बढ़ी है या फिर जल्द ही सैलरी बढ़ने की आशा है तो आप क्रेडिट सीमा को बढ़ाने के बारे में विचार कर रहे हैं। ये क्रेडिट कार्ड की लिमिट को बढ़ाने का सही समय होता है।
ज्यादा इनकम का अर्थ है कि खर्च काफी बढ़ जाता है और हायर क्रेडिट लिमिट को संतुलन में रखने में सहायता कर सकती है। इसलिए जब आपकी सैलरी या फिर इनकम बढ़े तब भी क्रेडिट लिमिट को बढ़ाने के बारे में विचार कर रहे हैं।
लिमिट बार-बार क्रॉस हो रहा हो
अग आप रेगुलर रूप से अपनी क्रेडिट लिमिट को पार कर रहे हैं तो आप लिमिट को बढ़ाने के बारे में विचार कर सकते हैं। आप अपने क्रेडिट कार्ड इश्यू करने वाली कंपनी से लिमिट को बढ़ाने की विनती कर सकते हैं। कंपनी आपके लेन-देन हिस्ट्री, क्रेडिट स्कोर और इनकम को देखते हुए क्रेडिट लिमिट बढ़ाने का फैसला कर लेंगी।
सावधानी से फैसले करें
आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट को बढ़ाना एक काफी बड़ा कदम है जिस पर सावधानी और विचारपूर्वक विचार किया जाना चाहिए। अपनी वित्तीय स्थिति को समझकर आप वित्तीय रूप से समझदार रहते हुए अपने क्रेडिट कार्ड के बारे में लिमिट को बढ़ा सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड की लिमिट को बढ़ाने के लाभ
आपके क्रेडिट इस्तेमाल को कम करता है। लोन और एडिशनल क्रेडिट प्राप्त करने में मदद करता है। एमरजेंसी में भी सहायता मिलती है। आपको आर्थि रिवॉर्ड प्वाइंट प्राप्त करने में सहायता मिलती है। आपको आसानी से बड़ी खरीदारी कर पाते हैं। संकट के समय पैसों की काफी जरुरत पूरी होती है।