नई दिल्ली EPFO Update: अगर आप EPFO सब्सक्राइबर्स हैं तो ये आपके लिए खुशखबरी हैं। दरअसल सरकार ने EPFO सब्सक्राइबर्स के लिए एक नई सुविधा की शुरुआत की है। जिसका लाभ EPFO के सब्सक्राइबर्स घर बैठे ही उठा सकते हैं। दरअसल केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव ने EPFO खाता रखने वालों के लिए ई-पासबुक (e-passbook facility) की सुविधा शुरु की है। EPFO की इस सर्विस के शुरु होने के बाद तकरीबन 14.38 लाख सब्सक्राइबर इस सेवा का लाभ उठा सकेंगें।
सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी (CBT) के चेयरमैन भूपेंद्र यादव ने EPFO के 63 रिजनल ऑफिस में क्रेंटच का उदघाटन किया है। ये केंद्र उन रिजिनल ऑफिस में खोले गए हैं जहां पर ज्यादा कर्मचारी हैं इसके अलावा मंत्री ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में क्षेत्रीय कार्यालय का उदघाटन भी किया था।
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CBT की 233वीं बैठक में EPFO के 2022 से 2023 के लिए संशोधित बजट और 2023-24 के लिए बजट को भी मंजूरी दे दी है। बोर्ड ने फिजिकल इंफ्रा को बढ़ाने के लिए 5 साल के प्लान को मंजूरी दे दी है। इसमें 2,200 करोड़ रुपये की लागत से जमीन की खरीद, घर के निर्माण और स्पेशल मरंम्त शामिल है। बयान के मुताबिक बोर्ड को ज्यादा वेतन पर पेंशन के संंबंध में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के कंप्लायंस की दिशा में उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी है।
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2022 से 2023 के लिए ब्याज दरें 8.15 फीसदी तय
EPFO के बोर्ड CBT के द्वारा ब्याज दरों को 8.10 फीसदी से बढ़ाकर 8.15 फीसदी कर दिया है। EPFO ने इस फाइनेंशियल ईयर के लिए ब्याज दरें 8.15 फीसदी तय की गई है। जबकि फाइनेंशियल ईयर 2018-19 के मुकाबले में अभी ब्याज कम है। वहीं EPF सब्सक्राइबर्स को उनके PF खाते पर 8.55 फीसदी की दर से ब्याज मिलता था।
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बीते साल के लिए सरकार के द्वारा 40 सालों में सबसे कम ब्याज देने का फैसला किया गया था। 2021-22 के लिए 8.1 फीसदी की दर से ब्याजज दिया गया था। इससे पहले ये 8.5 फीसदी के हिसाब से मिल रहा है। साल 1977-78 में 8 फीसदी की दर से ब्याज मिला था। इसके बाद हमेशा 8.25 फीसदी से ऊपर ही ब्याज मिल रहा है। फाइनेंस ईयर 2018-19 में 8.65 फीसदी, 2017-18 में 8.5 फीसदी की दर से ब्याज, 2016-17 में 8.65 फीसदी की दर से ब्याज, 2015-16 में 8.8 फीसदी की दर से ब्याज मिला था।