नई दिल्ली 7th Pay Commission: केंद्र सरकार की ओर से लाखों कर्मचारियों के डीए को बढ़ाकर 50 फीसदी कर दिया है। सरकार ने इसको लेकर मार्च के पहले हफ्ते में घोषणा की थी। बढ़ें हुए डीए को 1 जनवरी 2024 से लागू कर दिया गया है।
सातवें वेतन आयोग के मुताबिक, डीए 50 फीसदी हो जाता है तो हाउस रेंट अलाउंस और कुछ भत्तों में भी बदलाव होता है। डीए के बढ़ने के बाद केंद्रीय कर्मचारियों को दूसरे भत्तों भी बदलाव का इंतजार है।
HRA के बदलाव पर नहीं आया आदेश
डीओपीटी की ओर से पहले ही भत्तों की लिस्ट जारी की गई है। इस महीने डीए में इजाफे के बाद संशोधन किया जाएगा। बहराल एचआरए में बदलाव को लेकर अभी किसी भी प्रकार का आदेश नहीं आया है।
सवाल ये उठा रहा है कि क्या केंद्र सरकार एचआरए में बदलाव की अलग से जानकारी देंगे। क्यों कि डीए 50 फीसदी पहुंच गया है। ऐसे में एचआरए में कितना इजाफा होगा। ये काफी बडा सवाल है। चलिए इन सावलों के जवाब के बारे में जानते हैं।
50 फीसदी डीए होने पर HRA में बदलाव तय
केंद्रीय कर्मचारियों के डीए में 50 फीसदी पहुंचने पर एचआरए में बदलाव तय है। लेकिन आपको ये बात पता होनी जरुरी है कि डीए में बदलाव केंद्रीय कर्मचारियों के HRA पर असर शहर की कैटेगरी के हिसाब से पड़ता है। ये शहर वह होता है कि जहां पर कर्मचारी और उसका परिवार रह रहा है।
HRA की कैलकुलेश के लिए शहरों को कुछ चीजों के आधार पर एक्स, वाई और जेड कैटेगरी में बांटा गया है। 7वें वेतन आयोग के मुताबिक 1 जुलाई 2017 से HRA की कैटगरी एक्स, वाई और जेड शहर के लिए बेसिक सैलरी क्रमश: 24 फीसदी, 16 फीसदी और 8 फीसदी तक बनाया गया है।
पुरानी दर के हिसाब से एचआरए की कैलकुलेशन
इसके बाद में जब डीए 25 फीसदी तक पहुंच गया तो एक्स, वाई और जेड शहरों में एचआरए की दर को मूल सैलरी के हिसाब से 27 फीसदी, 18 फीसदी और 9 फीसदी तक बदल दिया है। इसलिए अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 35 हजार रुपये तक की है तो उसको शहर की कैटेगरी के मुताबिक मिलने वाली एचआरए इस प्रकार का होगा।
सैलरी में कितना पड़ेगा फर्क
इस प्रकार एक्स टाइप सिटी के लिए एचआरए बढ़कर 10500 रुपये, टाइप वाई के लिए 7 हजार रुपये और जेड टाइप सिटी के लिए ये बढ़कर 3500 रुपये हो जाएगी। यानि कि एक्स टाइप सिटी वालों को 1050 रुपये महीने अधिक होगा।
सालाना आधार पर ये 12600 रुपये होता है। इस प्रकार वाई कैटेगरी वालों के लिए ये 6300 रुपये बढ़कर 7 हजार रुपये हो गया है। सालाना 8400 रुपये फर्क आया है। इसी प्रकार जेड कैटेगरी वालों के लिए ये 3150 से बढ़कर 3500 रुपये हो गया है और सालना ये 4200 रुपये बढ़ा है।