FD vs NSC : 2 लाख रुपए के निवेश पर कहां मिलेगा आपको ज्यादा फायदा

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Yogesh Yadav

FD vs NSC : यहां आज आपको पोस्ट ऑफिस की दो जबरदस्त स्कीम के बारे में बताया गया है जिनमे निवेश करके न सिर्फ आपको बेहतर ब्याज मिलेगा बल्कि टैक्स में छूट का लाभ भी आपको मिलने वाला है। इन दोनों स्कीम पर इस समय काफी आकर्षक ब्याज दर ऑफर किया जा रहा है। Post Office FD Scheme जिसे Time Deposit Scheme कहा जाता है, इस पर अभी 7.5 फीसदी दर से ब्याज मिल रहा है।

Post Office टाइम डिपॉजिट स्कीम में 5 साल के लिए निवेश किया जा सकता है। 5 साल की अवधि वाले इस स्कीम को Tax Free FD Scheme भी कहते है। वही दूसरी तरफ Post Office NSC यानी National Saving Certificate में निवेश करने वाले ग्राहकों को 7.7 फीसदी की दर से ब्याज ऑफर किया जा रहा है। इस स्कीम में भी टैक्स छूट का लाभ आपको मिलेगा।

अतः इस लेख में हमने यह तुलना करके आपको बताया है कि यदि आप इन दोनों में 2 लाख रुपए का एकमुश्त निवेश करोगे तो आपको कहां निवेश करने पर ज्यादा फायदा होगा? यानी की 5 साल की FD Scheme और 5 साल की NSC Scheme में 2 लाख का इन्वेस्टमेंट करने पर कौन सी स्कीम आपको ज्यादा ब्याज देगी यह बताया गया है। चलिए फिर बिना किसी देरी के इस गणना को समझते है।

FD vs NSC : 2 लाख के निवेश पर कहां मिलेगा ज्यादा फायदा

यदि आप वर्तमान ब्याज दर 7.5 फीसदी के अनुसार 2 लाख रुपए का निवेश पोस्ट ऑफिस एफडी स्कीम में करते हो तो 5 साल की अवधि में आपको ब्याज के तौर पर कुल 89,990 रुपए मिलेंगे। अतः मैच्योरिटी की अवधि समाप्त हो जाने पर ब्याज के साथ आपको कुल 2,89,990 रुपए प्राप्त होंगे।

वही अगर आप पोस्ट ऑफिस नैशनल सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम में 2 लाख रुपए निवेश करते हो तो मौजूदा ब्याज दर 7.7 फीसदी के हिसाब से 5 साल में ब्याज की राशि की 89,807 रुपए बनेगी। इसका अर्थ हुआ कि मैच्योरिटी की अवधि पूरी हो जाने के बाद निवेशित राशि आपको ब्याज सहित वापिस की जाएगी और कुल मैच्योरिटी अमाउंट 2,89,807 रुपए होगी। 

ब्याज अधिक लेकिन NSC रिटर्न कम

हालांकि एफडी और एनएससी दोनो की ब्याज की राशि में काफी ज्यादा अंतर नहीं है लेकिन FD पर ब्याज की राशि NSC की तुलना में अधिक है। जबकि ब्याज की दर NSC पर अधिक है। अतः आप जरूर सोच रहें होंगे कि ब्याज दर अधिक होने पर NSC रिटर्न आखिर कम क्यों है? 

इसका कारण यह है कि Post Office FD पर ब्याज की गणना तिमाही आधार पर की जाती है। जबकि NSC पर सालाना आधार पर ब्याज की गणना की जाती है। इसी वजह से Post Office FD Scheme और Post Office National Scheme की मैच्योरिटी अमाउंट में अंतर है।

Yogesh Yadav के बारे में
Yogesh Yadav मेरा नाम योगेश यादव है और पत्रकारिता के क्षेत्र में मेरा अनुभव 3 सालों से अधिक का है। खास तौर पर फाइनेंस विषय के बारे में लिखने में मेरी रुचि अधिक है। म्यूचुअल फंड, बिजनेस आइडिया, बैंकिंग और पोस्ट स्कीम के बारे में लिखना मुझे पसंद है। अतः TimesBull.com के द्वारा अब मैं अपनी सेवाएं दे रहा हूं। Read More
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