World’s Most Expensive Car: विश्व भर में जब बात महंगी कारों की आती है तो उसमें सबसे पहले Rolls Royce का नाम आता है। उसके बाद Bugatti, Ferrari, Pagani, Aston Martin, Lamborghini जैसी कंपनियां आती हैं। लेकिन आपको आश्चर्य होगा कि विश्व की सबसे महंगी कर इन कंपनियों में से किसी की भी नहीं है।
चलिए तुलना के हिसाब से इसकी कीमत का अंदाजा लगाते हैं। भारत पहला देश बना था जिसने एक बार में ही मंगल मिशन में सफलता पाई थी उस मंगल मिशन की लागत 450 करोड़ थी। वही हाल ही में सफल हुई चंद्रयान 3 मिशन के बाद भारत पहला देश बन चुका है जिसने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग की है। इस मिशन की लागत सबसे ज्यादा 600 करोड़ थी। इस मिशन की सफलता देशवासियों के लिए काफी गर्व की बात थी। लेकिन विश्व की सबसे महंगी कर चंद्रयान मिशन की लागत से भी दुगनी कीमत पर बेची गई है।
मर्सिडीज ने साल 1955 में Mercedes Benz SLR Uhlenhaut Coupe का निर्माण किया था। आपको जानकर बहुत ही आश्चर्य होगा कि पिछले साल इस कर को 1108 करोड़ की कीमत पर बेची गई है। इसकी कीमत में हम दो चंद्रयान-3 मिशन को लांच कर सकते हैं। हालांकि नीलामी में जिस व्यक्ति ने इस कर को खरीदा है उसके नाम का खुलासा नहीं किया गया है।
कंपनी ने भी इस कर को उसे अज्ञात व्यक्ति के नाम पर ट्रांसफर कर दिया है। इसकी कीमत पर बिक कर यह कार विश्व की सबसे महंगी कर बन चुकी है। पहले यह रिकॉर्ड Ferrari 250 GTO के पास था। इसे 503 करोड रुपए में बेचा गया था और इससे भी पहले 2014 में Mercedes Benz W196 को तकरीबन 225 करोड रुपए में बेचा गया था। इस हिसाब से टॉप 3 की लिस्ट में हमें दो मर्सिडीज़ करें देखने को मिलती है।
Mercedes Benz SLR Uhlenhaut Coupe के सिर्फ 2 यूनिट्स को बनाया गया था। इसे उसे समय एक चीफ इंजीनियर रहे रुडोल्फ उहलेनहौर का नाम दिया गया था। यह एक रोड लीगल कार थी जिसने कंपनी की लेगेसी को आगे बढ़ाया था। साइमन किडस्टन जिसने खरीदार के प्रतिनिधि के रूप में बोली लगाई है उन्होंने कहा था कि अगर आप कार कलेक्टरों से उनकी पसंदीदा कर के बारे में पूछेंगे जिसका वह संग्रह करना चाहते हैं। तो वह सबसे पहले मर्सिडीज़ बेंज 300 एसएलआर का नाम लेंगे यह कर बहुत ही पॉपुलर है।