Sports Cars History: अल्फा रोमियो के गलत फैसले के कारण विश्व की बेस्ट स्पोर्ट्स कार फेरारी की स्थापना हुई और फेरारी की गलती के कारण है विश्व को लैंबॉर्गिनी जैसी स्पोर्ट्स कार ब्रांड मिली। आज इस आर्टिकल में हम आपको लैंबॉर्गिनी और पगनी जैसे पापुलर स्पोर्ट्स कर ब्रांड के निर्माण की कहानी बताने वाले हैं।
पत्नी प्रेम में अंधे Ferrari
फेरारी अपनी कारों को बड़े ही कम क्वांटिटी में बनती थी। इस कारण से इनकी कीमत काफी ज्यादा होती थी। उसी समय के अमीर लोग ही फरारी खरीद पाए थे और इन्हीं अमीरों में से एक थे Ferruccio Lamborghini।
इटली की सबसे बड़ी ट्रैक्टर निर्माता कंपनी लैंबॉर्गिनी के मालिक फेरेसियो को फेरारी की कारें काफी ज्यादा पसंद थी। उनके पास कई फेरारी थी लेकिन वह फेरारी के क्लच सिस्टम से काफी ज्यादा परेशान थे। क्योंकि यह बहुत ही जल्दी टूट जाते थे।
बस इसी से नाराज होकर वह एंजो फेरारी से मिलने गए और उन्होंने उनके क्लच प्लेट को बेहतर बनाने के लिए कई सुझाव दिए। लेकिन एंजो को लैंबॉर्गिनी का यह सुझाव पसंद नहीं आया और उन्होंने फेरेसियो की बेइज्जती कर दी।
बस उसी दिन लैंबॉर्गिनी की नीव पड़ गई। लैंबॉर्गिनी ने फेरारी से भी बेहतर भारत कार बनाने का फैसला किया और बहुत ही जल्द इस पर काम भी शुरू हुआ। सिर्फ 4 महीने के अंदर लैंबॉर्गिनी की पहली स्पोर्ट्स कार लंबोर्गिनी 350 जीटी को बना कर तैयार कर दिया। देखा जाए तो यह बहुत ही कम समय था। लेकिन इस कार को बनाने के पीछे भी फरारी का एक बहुत बड़ा हाथ था।
एंजो फेरारी की पत्नी लौड़ा फेरारी कंपनी के बहुत बड़े-बड़े निर्णय ले रही थी, जिसके कारण सीनियर कर्मचारी काफी ज्यादा खफा थे। एंजो फेरारी ने भी अपने वर्कर की बात सुनने की बजाय उन्हें कंपनी से निकाल दिया। इन पांच कर्मचारी ने बाद में लैंबॉर्गिनी को ज्वाइन कर उन्हें कार बनाने में काफी ज्यादा मदद की।
लैंबॉर्गिनी के पास वर्कफोर्स की कमी नहीं थी। उनके ट्रैक्टर बनाने वाले वर्क्स काफी ज्यादा स्किल वाले थे। लेकिन इन पांच कर्मचारियों ने लैंबॉर्गिनी के लिए स्पोर्ट्स कार बनाने की दिशा खोल दी थी।
इसके बाद 1966 में लैंबॉर्गिनी मीरा को लांच किया गया जिसे कंपनी को विश्व भर में फेमस कर दिया। इसकी लंबी बोनट और रियर मिड इंजन ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा। Miura काफी ज्यादा फेमस हुई। इसके बाद कंपनी ने भी कई स्पोर्ट्स कारें निकली। लेकिन उनकी पापुलैरिटी मिउरा जितनी नहीं थी।
लेकिन फिर लैंबॉर्गिनी ने Countach को लॉन्च किया। इसका डिजाइन बहुत ही फ्यूचरिस्टिक था। यह किसी कॉन्सेप्ट मॉडल कार की तरह दिखती थी। इसके बाद 1988 में कंट्रास्ट का सबसे पावरफुल मॉडल लॉन्च किया गया जिसे Horacio Pagani द्वारा बनाया गया था।
Pagani की शुरुआत!
पगानी ने अपने करियर की शुरुआत Renault से की थी। उन्होंने उनके लिए कई अच्छे-अच्छे डिजाइंस तैयार किए। इसके बाद उन्होंने लैंबॉर्गिनी को ज्वाइन किया जहां बाद में उन्हें Countach पर काम करने का मौका मिला।
पगनी हमेशा से करो के डिजाइन को लेकर काफी ज्यादा जिज्ञासु थे और उन्हें बेहतर करने के बारे में सोचते रहते थे। उन्होंने लैंबॉर्गिनी को ऑटोक्लेव में इन्वेस्ट करने का सुझाव दिया जिसमें कार्बन फाइबर मटेरियल को बनाया जाता था।
लेकिन लैंबॉर्गिनी ने उनके इस प्रस्ताव को मना कर दिया। बाद में पगानी ने लैंबॉर्गिनी से इस्तीफा देकर अपनी कंपनी शुरू करने का फैसला किया। जहां वह दूसरे कंपनियों के लिए कार डिजाइन किया करते थे।
बाद में जाकर यही कंपनी पगनी आटोमोटिव बनी और यह विश्व की पहली कंपनी बनी जिसने कार्बन फाइबर का प्रयोग कर कार बनाना शुरू किया और फिर बाद में फेरारी लैंबॉर्गिनी जैसी कई कंपनियों ने इसी मटेरियल से कार बनाने का फैसला किया।
पगानी की कारें फरारी से भी ज्यादा एक्सक्लूसिव है। इनके बहुत ही क म मॉडल बनते हैं और विश्व भर में इसके गिनी चुने मॉडल सी देखने को मिलते हैं।