Vastu Tips In Hindi: वास्तु शास्त्र में कई ऐसी महत्वपूर्ण बातों के बारे में बताया गया है, जिसका पालन करके आप एक खुशहाल जीवन व्यतीत कर सकते हैं। वास्तु में पूजा घर बाथरूम, प्लांट्स, बेडरूम और किचन को लेकर कुछ नियम बताए गए हैं।
यदि आप जाने-अनजाने इन बातों को नजरअंदाज करते हैं, तो आपके उपर बड़ी मुसीबत अचानक से टूट पड़ती हैं। फिर हम सोचने लगते हैं कि आखिर हमने ऐसा भी किया है जो एक के बाद एक हमारे जीवन में दिक्कतें आती जा रही है।
अनजाने में हम कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जिसका खामियाजा हमें बाद में भुगतना पड़ सकता है। रसोईघर को लेकर भी वास्तु में कुछ बातें बताई गई है, जिसका यदि आप पालन करते हैं, तो जिंदगी में आने वाली महत्वपूर्ण अड़चनों को दूर किया जा सकता है।
वास्तु के मुताबिक, एक अच्छी जिंदगी के लिए हमें कुछ बातों को ध्यान में रखते की जरुरत होती है। आपने देखा होगा कि कई बार घर की महिलाएं जल्दबाजी में रसोई में कुछ बर्तन उल्टे रख देती हैं या फिर किचन को गंदा ही छोड़ देती हैं। जिसके कारण व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
उल्टा न रखे तवा
वास्तु शास्त्र की मानें तो हमें किचन में कभी भी उल्टा तवा नहीं रखना चाहिए। यदि आप ऐसा करते हैं, तो आपको परेशनियों का सामना करना पड़ सकता है।
रसोई घर में रोटी बनाने के बाद तवे को कभी भी उल्टा नहीं रखना चाहिए। यदि आप ऐसा करते हैं तो आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। आप कंगाल भी हो सकते हैं।
कढ़ाई को कभी भी उल्टा ना रखें
किचन में कढ़ाई का सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाता है। लोग कढ़ाई में पकौड़ी भी तलते हैं और सब्जी भी बना लेते हैं। वास्तु की मानें तो कड़ाई को भी उल्टा करके नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
किचन में झूठे बर्तन ना रखें
बहुत से लोगों की आदत होती है कि खाने के बाद झूठा बर्तन गंदा ही छोड़ देते हैं, क्योंकि कई बार इतना समय नहीं होता है कि खाने के तुरंत बाद बर्तन को भी साफ करें। या फिर कभी कभी मन भी नहीं होता तुरंत बर्तन साफ करने की।
यदि आप गंदा बर्तन छोड़ते हैं तो मां लक्ष्मी रुष्ट होकर आपके घर से जा सकती है। तवा और कड़ाही को उपयोग करने के बाद हमेशा ही साफ करके रखना चाहिए। ऐसा नहीं करने पर घर में दरिद्रता का वास होता है।
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.Timesbull.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें