नई दिल्ली IND vs ENG : इंग्लैंड क्रिकेट टीम भारत के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में आमने-सामने है, ऐसे में सभी की निगाहें राजकोट के सौराष्ट्र क्रिकेट स्टेडियम में होने वाले तीसरे मैच पर हैं।
राजकोट का सिंघम: टीम इंडिया के महान ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन का राजकोट के सौराष्ट्र क्रिकेट स्टेडियम में एक बेहतरीन रिकॉर्ड है, जिससे उन्हें “राजकोट का सिंघम” उपनाम मिला है। अपनी अद्वितीय गेंदबाजी विविधता के साथ, अश्विन इस मैदान पर लगभग अजेय बन गए हैं।
अश्विन का दबदबा: सौराष्ट्र क्रिकेट स्टेडियम अश्विन के दिल में एक विशेष स्थान रखता है, जहां उन्होंने 9 विकेट लिए हैं, जिससे वह इस स्थान पर सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। पिच पर उनकी महारत अंग्रेजी बल्लेबाजों के लिए एक बड़ी चुनौती है, खासकर राजकोट में रैंक टर्नर की उम्मीद के साथ।
ऐतिहासिक संदर्भ: भारतीय क्रिकेट इतिहास में राजकोट का महत्व यहां खेले गए यादगार मैचों से रेखांकित होता है। विशेष रूप से, 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ भारत का पहला टेस्ट ड्रॉ पर समाप्त हुआ, जबकि 2018 में वेस्टइंडीज के खिलाफ उनकी प्रमुख जीत ने उन्हें एक पारी और 272 रनों से जीत दिलाई।
बेहतरीन प्रदर्शन: जैसे ही भारत और इंग्लैंड महत्वपूर्ण तीसरे टेस्ट के लिए तैयार हो रहे हैं, दोनों टीमों का टारगेट सीरीज में बढ़त हासिल करना है। अश्विन की स्किल के पूरे प्रदर्शन के साथ, इंग्लिश टीम को अनुभवी ऑफ स्पिनर के खिलाफ एक कठिन लड़ाई का सामना करना पड़ रहा है।
टीम इंडिया की संरचना: कप्तान रोहित शर्मा और उप-कप्तान जसप्रित बुमराह के नेतृत्व में, टीम इंडिया की लाइनअप में अनुभव और प्रतिभा का जबरदस्त मिश्रण है। अश्विन के साथ, टीम में यशस्वी जयसवाल और शुभमन गिल जैसे बेहतरीन खिलाड़ी शामिल हैं, जो आगामी मैच में अपनी छाप छोड़ने के लिए तैयार हैं।
सौराष्ट्र क्रिकेट स्टेडियम में एक गहन लड़ाई के लिए मंच तैयार होने के साथ, फैंस उत्सुकता से भारत के स्पिन जादूगर, अश्विन और अंग्रेजी बल्लेबाजी लाइनअप के बीच टकराव का इंतजार कर रहे हैं। राजकोट के “सिंघम” के रूप में, अश्विन का लक्ष्य भारत को जीत दिलाना और घरेलू धरती पर अपना दबदबा कायम रखना है।