टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 15 अगस्त 2020 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया था। 15 अगस्त का वह दिन जब पूरा देश स्वतंत्रता दिवस का जश्न मना रहा था तब माही के रिटायरमेंट ने हर किसी को भौंचक्का कर दिया था। एक वीडियो के ज़रिए माही के संन्यास की बात की पुष्टि की गई और उनके क्रिकेट के सफ़र के बारे में भी बताया गया।
बदल गई टीम
टीम इंडिया के दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज़ महेंद्र सिंह धोनी के रिटायरमेंट लेने के बाद से भारतीय टीम में लगातार कई तरह के बदलाव देखे गए। भारतीय टीम अपनी कई रणनीतियां बदलती हुई नज़र आईं, साथ ही साथ, टीम पहले के मुकाबले कमज़ोर भी दिखाई देने लगी, जिसके बाद भारतीय फैंस की चिंता में इज़ाफा होने लगा।
सीमित ओवरों के क्रिकेट में फिनिशर के तौर पर भारतीय टीम महेंद्र सिंह धोनी पर काफी निर्भर थी। धोनी के रिटायरमेंट के 3 साल बाद भी भारतीय टीम इस विभाग में लगातार संघर्ष कर रही है। रवींद्र जडेजा ने IPL 2023 में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम के लिए फिनिशर के तौर पर कुछ प्रभावशाली पारियां खेली हैं। हालांकि, भारतीय टीम की तरफ से वह फिनिशर के रूप में ज़्यादा सफल नहीं रहे। यही कारण है भारतीय टीम को अब भी अच्छे फिनिशर की तलाश है।
कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल दोनों ही स्पिन गेंदबाज़ों ने यह स्पष्ट रूप से स्वीकार किया है कि धोनी के स्टंप के पीछे नहीं रहने के बाद उन्हें कुछ वक़्त के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खत्म होने जैसा महसूस होने लगा। चतुर क्रिकेटर होने के कारण धोनी ने अपने करियर के अंतिम दिनों में इन दोनों गेंदबाज़ों का मार्गदर्शन किया और ‘कुलचा’ की सफलता में काफी बड़ी भूमिका निभाई। लेकिन, माही के रिटायरमेंट लेने के बाद से ‘कुलचा’ की जोड़ी धूमिल सी नज़र आती है।