नई दिल्ली- बिहार के नीतीश कुमार पिछले 3 दिनों में 3 विधायकों पर भड़क चुके हैं। नीतीश कुमार महागठबंधन के विधानमंडल दल की बैठक में आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह पर भड़के और बीजेपी के साथ नजदीकियों का जिक्र कर गिरा नीतीश कुमार आखरी बात बात पर क्यों भड़क रहे है।
बिहार में सियासत की पिच पर इन दिनों नीतीश कुमार आक्रमक मूड में नजर आ रहे हैं। उन्होंने पिछले दिनों मे अपनी गठबंधन सहयोगी दो पार्टियों के तीन नेताओं की क्लास लगा दी। ऐसे समय में जब विपक्षी भारतीय जनता पार्टी और उसके नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल दलों के नेता दावा कर रहे हैं। कि नीतीश की पार्टी के कई विधायक उनके संपर्क में नीतीश कुमार ने इन आक्रमक तेवरों के सियासी मायने निकाले जा रहे है। राजनीतिक विश्लेषण राशिद किदवई ने कहा कि नीतीश बड़े ही साधे हुए नेता हैं। नीतीश अगर गठबंधन के सहयोगी दलों के विधायकों पर भड़के तो जरूर कोई ठोस वजह होगी।
नीतीश के बारे में कहा जाता है कि सियासत की हवा किशोर बह रही है। छोड़िए किशोर बह सकती है यह भी वह आप लेते हैं। महाराष्ट्र में सियासत के समीकरण क्या बदले बिहार में भी हलचल मच गई महाराष्ट्र में अजित पवार ने चाचा शरद पवार के खिलाफ जाकर एनडीए सरकार के डिप्टी सीएम पद की शपथ ले ली थी। इसके बाद बीजेपी नेताओं से लेकर लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान तक ने दावा किया कि जेडीयू के कई विधायक उनके संपर्क में है।
विपक्ष के दावों के बीच नीतीश एक्टिव हुए और अपने विधायकों सांसदों के साथ मुलाकात की है।बात की नीतीश कुमार की इस कवायद के बाद हलचल और बढ़ गई। नीतीश के फिर से एनडीए में वापस लौटने के कयास लगाए जाने लगे है। लेकिन राजनीति के जानकार इस कुनबा एकजुट करने में टूट की एकजुट रखने और टूट की किसी भी संभवाना को पूरी तरह खत्म करने की कवायद बता रहे है।
पिछले कुछ समय मे आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की छवि सुपर सीएम की बनी है। खासकर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के मामले के बाद आरजेडी कोटे के मंत्री चंद्रशेखर की अपने ही विभाग अपर सचिव केके पाठक के बीच चल रही है दार खुलकर सामने आ गई है। इसे लेकर नीतीश कुमार के नाराज होने की बात कही जा रही थी। विवाद बढ़ा तो लालू यादव ने चंद्रशेखर को अपने आवास पर बुलाकर बातचीत की थी।
लालू यादव ने चंद्रशेखर से बात करने और उसके बाद नीतीश को फोन कर उन्हें उसके पास भेजने की जानकारी दी है। चंद्रशेखर ने सीएम नीतीश से मुलाकात के बाद कहा कि अपर सचिव से जुड़े मामले में कोई बात नहीं है। इस घटनाक्रम के बाद लालू यादव की सुपर सीएम की इमेज बन गई। यह कहा जाने लगा कि मुख्यमंत्री भले ही नीतीश कुमार है। लेकिन सरकार लालू भी चला रहे हैं। अब नीतीश ने लालू परिवार के सबसे करीबी राबड़ी देवी के मुंह बोले भाई सुनील सिंह को फटकार लगाई गई। जिसे लालू की सुपर सीएम वाली इमेज तोड़ने की कोशिश के तौर पर भी देखा जा सकता है।