नई दिल्ली- उत्तर प्रदेश के समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान जेल में बंद है फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाने पर उनको और उनके बेटे और उनकी पत्नी को सात- सात साल की सजा कोर्ट ने सुनाई है। इसके बाद अब सपा नेता रामगोपाल यादव ने सरकार को चेतावनी दी उन्होंने क्या कुछ कहा है हम आपको बताते हैं।
दरअसल समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री आजम खान को सजा के बाद रामपुर जेल में रखा गया था लेकिन तीसरे दिन ही उन्हें सीतापुर जेल ले जाया जा रहा था। इस दौरान सपा नेता आज़म खान ने एनकाउंटर का शक की जताया था उन्होंने कहा था कि मेरे हाथ पैर तोड़ के ले चलो नहीं तो मेरा एनकाउंटर किया जा सकता है। कुछ भी हो सकता है यह भाजपा की सरकार है।
सपा नेता आज़म खान को रामपुर जेल से सीतापुर जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। जिसके बाद उनके बेटे को हरदोई जेल में शिफ्ट किया गया बता दे कि उसके बाद से लगातार उत्तर प्रदेश की राजनीति बदलती हुई नजर आ रही है। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी आजम खान के पक्ष में लगातार बयान बाजी कर रही है। और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा जा रहा है।
इस दौरान समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आज़म खान के साथ अगर किसी भी तरह की घटनाकरित हुई तो देश में क्या होगा इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है।
एक कार्यक्रम में इटावा नगर पहुंचे सपा नेता रामगोपाल यादव ने सरदार वल्लभभाई पटेल के स्मृति पर आयोजित समारोह के दौरान चेतावनी देते हुए कहा कि सही क्या है। गलत क्या है। यह सब हम नहीं जानते हम इतना जानते हैं कि सपा नेता आज़म खान के साथ अन्याय हो रहा है। और इतना बड़ा अन्य किसी भी राजनीतिक व्यक्ति के साथ नहीं होना चाहिए।
उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए और आगे कहा कि आजम खान का एनकाउंटर अगर हुआ तो देश में क्या होगा इसकी कल्पना कोई नहीं कर सकता है।
18 अक्टूबर को एमपी एमएलए कोर्ट ने उन्हें और उनके परिवार के तीन लोगों को जेल भेज दिया था और 50-50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया था सपा नेता आज़म खान की पत्नी को रामपुर जेल में ही रखा गया है। वही उनके बेटे को हरदोई जेल में शिफ्ट किया गया और आजम खान को सीतापुर जेल में फिर से शिफ्ट कर दिया गया।
सपा नेता रामगोपाल यादव ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर निशाना सजाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरीके से चौपट हो गई है। मुख्यमंत्री को जो अधिकारी घिरे हुए हैं वह लगातार उन्हें गलत सूचना देते हैं। इसलिए अगर प्रदेश में जितने भी मुठ बड़े हो रही हैं। उनकी जांच हो जाए तो सारी मुठभेड़ फर्जी पाई जायेगी।