नई दिल्ली– उत्तर प्रदेश के एक जिले से कुछ महीने पहले एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। जिसके बाद लगातार सियासत तेज हो गई थी। और पूरे मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही थी। इस दौरान आपको बता दे कि आज इस खबर से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है।
जानकारी के अनुसार आपको बता दे कि मुजफ्फरनगर में 24 अगस्त को एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें एक बच्चे को दूसरे बच्चों ने थप्पड़ मरवाने का मामला सामने आया था। इसके बाद इस पूरे मामले को लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था। और आज इस पूरे मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने शक्ति दिखाते हुए यूपी सरकार से रिपोर्ट मांगी है।
आपको बता दे कि सुप्रीम कोर्ट ने एक बच्चे को दूसरे बच्चों से थप्पड़ मरवाने की घटना को गंभीरता से लिया जस्टिस अभय एस ओके और पंकज मित्तल की बेंच ने कहा कि धर्म के नाम पर किसी बच्चे के साथ ऐसा करना बहुत गलत है। यही नहीं उन्होंने आगे कहा कि 24 अगस्त खूब बापू गांव के नेहा पब्लिक स्कूल में शिक्षिका त्यागी ने एक बच्चे को दूसरे बच्चों से थप्पड़ मरवाया था। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। और उसके बाद इस पूरे मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज का दाखिल की गई थी।
कोर्ट ने शक्ति दिखाते हुए यूपी सरकार को चेतावनी दी है। यूपी सरकार से पूरे मामले की जांच पड़ताल करवाने की निगरानी के लिए एक हफ्ते में किसी आईपीएस अधिकारी को नियुक्त करने के आदेश दिए गए हैं। और कहा गया है कि वह आईपीएस अधिकारी या भी देखेगी।
इस पूरे मामले में किन धाराओं को लगाए जाने की जरूरत है। सुप्रीम कोर्ट को जांच पर रिपोर्ट दी जाए साथी उन्होंने कहा कि जो गवाहों को सुरक्षा दी गई है। उनकी सुरक्षा और बढ़ाई जाए।
कोर्ट ने अभी कहा कि राज्य सरकार थप्पड़ खाने वाले बच्चों को दूसरे स्कूल में शिक्षा की व्यवस्था करवाई यही नहीं घटना से बच्चों पर पड़े असर को ध्यान में रखते हुए उनकी और थप्पड़ मारने वाले बच्चों को मानव वैज्ञानिक काउंसलिंग करवाई जाए। जिससे दोबारा ऐसी हरकत ना हो सके अब इसे लेकर सियासत तेज हो गई हर किसी की नजर है कि क्या कुछ घटना है और कैसे इस घटना को पूरा अंजाम दिया गया।।