नई दिल्ली- रक्षाबंधन पर भाई-बहन के प्यार की कई कहानियां आपने सुनी होगी। लेकिन राजस्थान के जोधपुर में एक शख्स ऐसा भी है जो अपने स्वर्गीय बहन की याद में रक्षाबंधन पर हर साल बहनों को अपने भाइयों के घर फ्री में छोड़ता है। या सिलसिला पिछले 7 साल से लगातार चल रहा है।
जोधपुर के भदवासीय इलाके के रहने वाले धनराज ने बताया कि आज से 22 साल पहले राखी के दिन उसकी बहन का देहांत हो गया था। वह परिवार की इकलौती बेटी थी। इसलिए उसे श्रद्धांजलि देने के लिए धनराज हर साल रक्षाबंधन के दिन सुबह 7:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक निशुल्क ऑटो की सेवा देते हैं।
धनराज ने रक्षाबंधन पर फ्री ऑटो रिक्शा सेवा की सूचना व्हाट्सएप और फेसबुक के जरिए लोगों तक पहुंचाई है। इसके अलावा अपने ऑटो रिक्शा पर भी इसकी सूचना लगा रखी धनराज का कहना है। कि रक्षाबंधन के दिन अगर मेरे मोबाइल नंबर पर भी कोई मुझे बहन फोन करके कहीं जाने के लिए कहती है। तो मैं निशुल्क सेवा देता हूं। उन्होंने बताया कि आज सुबह 7:00 से ही कॉल आने लगे थे।
ऑटो ड्राइवर धनराज का कहना है कि रक्षाबंधन के दिन जब उसकी कलाई सुनी रहती है तो उन्हें अपनी बहन की बहुत याद आती है। जब उन्होंने कुछ साल पहले ऑटो लिया तभी सेवा रक्षाबंधन के दिन हर महिला को अपनी बहन मानते हुए उन्हें निशुल्क सेवा प्रदान कर रहे हैं धनराज अब तक 600 से 700 महिलाओं को निशुल्क ऑटो रिक्शा की यात्रा करवा चुके हैं। उनका कहना है। कि आज सुबह से 20 से 21 महिलाएं अपने भाई के घर जा चुकी जिन्हें मैं छोड़ कर आया हूं।
आपको बता दे की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महिलाओं को बड़ा तोहफा दिया है। जिसमें रोडवेज बस आज के लिए फ्री कर दी गई। महिलाएं अपने भाइयों से मिलने के लिए फ्री रोडवेज बस से जाकर उन तक पहुंच सकती है।