नई दिल्ली– राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगमिया तेज पूरे प्रदेश में चुनावी विशाल अलग-अलग पार्टियां बढ़ा रही और अपने आप को जीता हुआ बात रही है। जनता के बीच में जाकर लगातार अपनी जमीन तलाशती हुई नजर आ रही है। इस बार अगर सुरक्षा व्यवस्था के साथ में शांतिपूर्ण तरीके से मतदान करने की बात की जाए तो अलग-अलग तरीके की पुलिस प्रशासन की व्यवस्थाएं हैं क्या आपकी और किस तरीके से प्रशासन चुनाव की तैयारी कर रहा है। नीचे हम आपको बताते हैं।
राजस्थान में आचार संहिता लगने के बाद अब पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट नजर आ रहा है। और अधिकारी चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से करने की कवायत में लगातार नजर आ रहे हैं। बता दे की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस ताबड़तोड़ कार्यवाही करती हुई नजर आ रही है।
राजस्थान में 17 ऐसी विधानसभा है जहां पर संवेदनशील और विवाद की स्थिति लगातार बनी रहती है इसे देखते हुए कोटा के संभाग क्षेत्र की 17 विधानसभाओं पर 5500 पुलिस कर्मियों को तैनात करने के निर्देश दिए गए यही नहीं इन विधानसभाओं पर पैरा मिलिट्री फोर्स की भी तैनाती की जाएगी।
राजस्थान में अवैध शराब विक्रेता और हरदंग मचाने वाले अपराधियों को जिला बदर कर दिया जाए यही नहीं कुछ ऐसे अपराधी उन्हें विरासत से लेकर सलाखों के पीछे भेज दिया गया। हम आपको बता दे की पुलिस लगातार अवैध शराब हथियार और वारंटी को सलाखों के पीछे भेज रही जिससे शांतिपूर्वक मतदान कराया जा सकती है। मतदान करने की कवायत में लगातार प्रशासन चक चुस्त दुरुस्त नजर आ रहा है। हर तरफ उसकी नजर दिखाई दे रही है।
कोटा संभाग में 15 अक्टूबर को ही पैरामिलिट्री फोर्स की दो-दो टुकड़ियों तैनात कर दी जाएगी। यहां पर 75% पुलिस टीम व चुनाव की अहम भागीदारी को बढ़कर माना जाता है। क्योंकि यहां पर हर साल भारी संख्या में विवादित चीज निकल कर सामने आती है। जिसको लेकर अलग-अलग तरीके की स्थिति पैदा हो जाती है इसे लेकर इस बार प्रशासन मामले और चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से निपटने ढंग से करने की कवायत में लगातार नजर आ रहा है।
अगर राजस्थान की बात की जाए तो राजस्थान में जैसे ही आचार संहिता लागू हुई उसके 24 घंटे में ही पूरे प्रदेश से लगभग 500 से 600 शिकायत आ गई इसके बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर आगे और जगह पर पुलिस तैनाती और जिम्मेदारों को लगाने के निर्देश दिए हैं।