नई दिल्ली Lek Ladki Yojana: महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में राज्य की बेटियों को लाभान्वित करने लिए लेक लाडकी योजना शुरु करे की मंजूरी दी गई है। इस स्कीम को 1 अप्रैल 2023 से लागू कर दिया गया है। मार्च महीने में जारी बजट के समय घोषित की गई इस स्कीम के तहत जन्म से ही बालिकाओं को वित्तीय मदद दी जाएगी। शिवसेना नेता मनीषा कायंदे ने कहा कि इस फैसले से ये किया गया है कि लड़की को उसमें जन्म के समय से ही आर्थिक रूप से सहायता होगी। इसके अगले हफ्ते हम नवरात्रि मनाएंगे और देवी दुर्गा की दिव्य शक्ति का सम्मान करेंगे।
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बेटियों को कक्षाओं के हिसाब से मिलेगा पैसा
इस स्कीम के तहत सरकार का उद्देश्य नारंगी और पीले राशन कार्ड रखने वाले गरीब परिवारों की सहायता करना है। आपको ये बता दें राज्य में नारंगी राशन कार्ड 15,000 रुपये से लेकर 1 लाख रुपये की सालना इनकम वाले लोगों को जारी किया जाता है। वहीं पीला राशन कार्ड शहरी क्षेत्र में 15 हजार रुपये कमाने वालो को दिया जाता है। योजना के शुरूआत में यानि कि बेटियां के जन्म पर परिवार को 5 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। दूसरी बार बेटिया की पहली कक्षा में आ जाएगी तो परिवार को 6 हजार रुपये और कक्षा 6 में जाने के बाद 7 हजार रुपये दिए जाएंंगे।
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18 साल की आयु में मिलेंगे 75 हजार रुपये
इसी प्रकार जब बेटी कक्षा 9 में जाती हैं तो उसे 8 हजार रुपये और 18 साल होने पर 75 हजार रुपये दिए जाएंगे। इसका अर्थ है कि इस स्कीम के तहत बेटी और उसके परिवार को कुल 1,01,000 रुपये मिलेंगे। महाराष्ट्र इकोनॉमिक सर्वे के मुताबिक अभी तक 2.56 करोड़ं लोगों के पास राशन कार्ड है। इनमें से 1.71 करोड़ नारंगी कार्डधारक है और 62.60 लाख लोग पीले राशन कार्ड रखते हैं इन परिवारों को स्कीम के तहत लाभ मिलेगा।
योजना के उद्देश्य
कायंदे कहते हैं कि अक्सर देखा जाता है कि पीला या नारंगी राशन कार्ड धारकों के घर में पैसे की कमी होने के कारण बेटियों को पढ़ाई से समझौता करना होता है। सरकार ने इस फैसले से बेटियों को शिक्षित और सशक्त करना है। बाल एवं कल्याण विभाग के मंत्री अदिति तटकरे ने कहा कि राज्य सरकार ने बालिकाओं को मजबूत करने के लिए योजना का शुभारम्भ किया है। इस योजना को लागू करने में थोड़ा समय इसलिए लग रहा हैं क्यों कि कुछ लोगों के द्वारा सुझाव दिए जा रहे हैं।