नई दिल्ली- संजीवनी प्रकरण को लेकर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर बड़ा हमला बोला है। शेखावत ने कहा कि साढ़े साल में इस प्रकरण की जांच ना तो राज्य की एसओजी ने पूरी की और ना ही इसे सीबीआई को सौपा जा रहा है मुख्यमंत्री गहलोत इस मामले में राजनीति करते हुए केवल जांच को भटकाने का काम कर रहे हैं।
जोधपुर सर्किट हाउस में शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए केंद्रीय मंत्री शेखावत ने संजीवनी प्रकरण में कहा कि आदर्श और संजीवनी सहित करीब 14 क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसाइटी या ऐसी है। जिन्होंने करोड़ों रुपए निवेशकों के ठगे हैं। आदर्श सोसाइटी ने तो उससे भी ज्यादा बड़ा घोटाला किया है लेकिन मुख्यमंत्री जी इसका जिक्र नहीं करते केवल मेरा नाम घसीटने के लिए संजीवनी का नाम लेते है।
शेखावत ने आगे कहा कि संजीवनी सहित अन्य सोसाइटियों का राजस्थान के अलावा अन्य प्रदेशों में भी कारोबार रहा है। वहा के निवेशकों को भी ठगा गया। इस मामले में संसद से पारित स्पष्ट कानून है कि मल्टी स्टेट सोसाइटियों की जांच सीबीआई करेगी। लेकिन मुख्यमंत्री जी से सीबीआई को देना ही नहीं चाहते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मेरा स्पष्ट आरोप है की जांच को डीलेर करने का काम मुख्यमंत्री कर रहे हैं। इन सोसाइटियों को बचाने का षड्यंत्र गहलोत सरकार कर रही शेखावत ने कहा कि आज शहर के निवेशकों को पैसा मिल रहा है। संसद में या कानून ही इसलिए पारित हुआ है। कि निवेशकों का मूलधन प्राथमिकता के साथ लौट आए लेकिन इस प्रक्रिया में अवरोध पैदा किया जा रहा है। गुजरात और मध्य प्रदेश में संजीवनी का प्रकरण सीबीआई को सौंप दिया है। लेकिन राजस्थान सरकार को क्या मोह है। कि वह जांच सीबीआई को नहीं सौपना चाहते हैं
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केंद्रीय मंत्री शेखावत ने आगे कहा कि चूंकि संजीवनी घोटाला राजस्थान में हुआ है। इसलिए जांच राजस्थान सरकार को ही करनी चाहिए। एस ओ जी साढ़े साल से अभी जांच ही कर रही है। उनके वकील कोर्ट में कहता है कि उनका किसी फिर मे चार्ज शीट में नाम नहीं है। अब वकील के ऊपर आरोप लगाने का वीडियो भी सामने आया है। मुख्यमंत्री जी चाहते क्या है। जहां जांच करनी चाहिए वहां जांच से पीछे हटते है।