नई दिल्ली– राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगमिया तेज है। और पूरे राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी चारों तरफ अपना जाल बिछाने में लगी हुई है। किस तरीके से अपने प्रत्याशी के पक्ष में वोट किया जाए और किस तरीके से भारतीय जनता पार्टी को 2023 के विधानसभा में जिताया जाए। इसको लेकर केंद्रीय नेताओं को टेंशन बनी हुई और लगातार बैठकर करते हुए नजर आ रहे है।
इन सबके बीच आपको बता दे की 2019 में के लोकसभा चुनाव से पहले जो नेता भारतीय जनता पार्टी से नाखुश होकर दूर हो गए थे और पार्टी को छोड़ दिए थे। अब उन्हें भारतीय जनता पार्टी अपने में शामिल करने के प्रयास में लगी हुई है। इस दौरान अर्जुन राम मेघवाल को एक विधानसभा से प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर नाखुश वसुंधरा गुटके नेता देवी सिंह भाटी ने भारतीय जनता पार्टी छोड़ दी थी। इसके बाद अब उन्हें फिर से मना कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल कर लिया गया है।
केंद्रीय मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भारतीय जनता पार्टी को राजस्थान में जीतने के लिए वसुंधरा राजे के साथ करीबन 40 मिनट की बैठक की उसे बैठक के बाद वसुंधरा गुटकी नेता और वसुंधरा राजे के करीबी माने जाने वाली देवी सिंह भाटी को पार्टी में वापसी जॉइन करवाई गई। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी नेता प्रतिपक्ष और प्रभारी अरुण सिंह मौजूद थे।
भारतीय जनता पार्टी में फिर से शामिल होने के बाद वसुंधरा राजे अच्छा के नेता देवी सिंह भाटी ने कहा कि मेरी किन्हीं परिस्थितियों की वजह से भारतीय जनता पार्टी से दूरियां हो गई थी। लेकिन एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी ने मेरा स्वागत अपने घर में किया है। और मैं फिर अपने घर वापस आ गया जितने भी गिले शिकवे थे वह दूर हो गए थे। मैंने और अर्जुन राम मेघवाल ने आपस में बातचीत कर ली और दोनों एक दूसरे की बात से सहमत हैं हम मिलकर 2023 में राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाएंगे।
2019 का लोकसभा चुनाव था जिसमें अर्जुन राम मेघवाल को भारतीय जनता पार्टी ने बीकानेर से उम्मीदवार बना दिया जिसके ना खुश होकर नाराज होकर भारतीय जनता पार्टी के एक नेता देवी सिंह भाटी ने पार्टी छोड़ दी थी। और अर्जुन राम मेघवाल के विरोध में खुलेआम प्रचार कर रहे थे। काफी दिनों से उनकी चर्चा हो रही थी। आखिरकार क्या चीज हैं। जो निकलकर सामने आने वाली लेकिन कुछ समय बाद सारी स्थिति समान हो गई। और वसुंधरा राजे अच्छा के नेता एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए है।