POLITICAL NEWS: लोकसभा चुनाव में अब सभी राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल को होना है, जिसके लिए सभी पार्टियों के नेता रैलियां और रोड शो कर अपने प्रत्याशियों के लिए वोटों की अपील कर रहे हैं। सभी का मकसद लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करना है। इस बीच देश के बड़े राजनीतिक रणनीतिकार के तौर पर पहचान बना चुके प्रशांति किशोर भी बिहार में जनसुराज पैदला यात्रा निकाल रहे हैं।
यात्रा में उन्हें लोगों का खूब समर्थन मिल रहा है। इस दौरान उन्होंने लोकसभआ चुनाव में किस पार्टी की क्या स्थिति रहने वाली है इसकी भविष्यवाणी कर सबको चौंका दिया है। प्रशांत किशोर ने बताया कि कहां बीजेपी को झटका और कहां सीटें बढ़कर आ सकती हैं। इतना ही नहीं बीजेपी को केंद्र की सत्ता से हटाने के लिए बना इंडिया गठबंधन पर भी बड़ी बात कही है। राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर इन दिनों बिहार में जनसुराज पैदल मार्च निकाल रहे हैं।
प्रशांत किशोर ने किया बड़ा दावा
चुनावी रणवीतिकार के नाम से देशभर में पहचान बना चुके प्रशांत किशोर ने बताया कि आगामी चुनाव में पूर्वोत्तर और दक्षिण के राज्यों में बीजेपी अपनी सीटों व मत प्रतिशत में बढ़ोतरी करेगी। उनके मुताबिक, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल में कुल मिलाकर लोकसभा की 164 सीटें हैं।
अगर अतीत नजर डाली जाए तो देखेंगे कि भाजपा को इन राज्यों में अपनी पकड़ बनाने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ा है। यहां उसकी कट्टर राष्ट्रवादी विचारधारा मतदाताओं को कुछ खास रास नहीं आ रही थी। साल 2014 के लोकसभा चुनाव की बात की जाए तो इन राज्यों में बीजेपी को केवल सात सीटें मिली थीं, जबकि साल 2019 के लोकसभा की बात करें तो 30 सीटें पार्टी ने जीती थीं।
इन राज्यों में कैसी रहेगी स्थिति
रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बताया कि इस बात की पूरी-पूरी संभावना है कि बीजेपी बंगाल और ओडिशा में नंबर एक पार्टी होगी। उन्होंने बताया कि तेलंगाना में भी बीजेपी पहले या दूसरे नंबर की पार्टी रहेगी। तमिलनाडु में भी भाजपा का वोट प्रतिशत डबल अंक में पहुंच सकता है।
यहां साल 2019 के चुनाव में वोटर शेयर 3.6 प्रतिशत था। हालांकि, 2021 में हुए विधानसभा चुनाव में यह घटकर 2.6 रह गया था। प्रशांत किशोर ने इंडिया गठबंधन को लेकर कहा कि विपक्ष के पास मौके हैं, लेकिन वह उन्हें गंवा रहा है। जनाधार बचाए रखने के लिए विपक्ष को रणनीति बदलने की जरूरत है।