नई दिल्ली LPG Cylinder Expiry Date: आज के समय हर किसी के पास एलपीजी गैस सिलेंडर है। ऐसे में आप रसोई गैस सिलेंडर लेते समय एक्सपायरी जरुर देखें। इससे किसी भी प्रकार की घटनाओं की रोकथाम की जा सकती है। गैस सिलेंडर की एक्सपायी डेट का जानना काफी आसान है। बता दें हर एक सिलेंडर के ऊपरी भाग में रेगुलेटर के पास बड़े अक्षरों में एक कोड लिखा होता है।
ये कोड अंग्रेजी के ए, बी, सी एवं डी के रूप में लिखा होता है। इसके अलवा ये अक्षर के रूप में साल लिखा होता है। अगर आपके सिलेंजर पर बी-25 लिखा है तो ये सिलेंडर साल 2025 के अप्रैल से जून तक के लिए उपयोगी है।
आयल कंपनी से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक नया सिलेंडर सात साल के बाद और पुराने 5 साल के बाद टेस्टिंग के लिए जाता है। हर सिलेंडर पर एबीसीडी के साथ में साल में लिखा होता है।
इससे ये तय होता है कि सिलेंडर तह तक ठी है। इस समय के बाद फिर से चेकअप किया जाता है। इसके सर्कुलेंशन से हटाकर टेस्टिंग से हटाते हुए दांच के लिए भेज दिया जाता है।
बेहद सुरक्षित कंपोजिट सिलेंडर
इस समय इंडियन आयल की तरफ से कंपोजिट सिलेंडर लांच किया गया है। ये सिलेंडर पूरी तरह सेफ है। ये कहीं भी आग लगने के चपेट में भी आता है तो फटता नहीं है। ये जल कर खुद खत्म हो जाता है।
आयल कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक ये सिलंडर तीन लेयर में बना होता है। ये फटता भी नहीं है। ये अंदर से पिघल भी जाता और गैर इससे साधारण रूप से जलकर खत्म हो जाते हैं।
50 KG सेंटीमीटर तक प्रेशर झेल पाता है रसोई गैस
कंपनी के अधिकारी के मुताबिक सिलंडर स्टील बाडी होता है। ये गर्म होने की वदह से नहीं फटता है। बल्कि ये गर्म होने के बाद ज्यादा प्रेशर बढ़ाने लगता है। एक साधारण सिलेंडर 50KG सेंटीमीटर तक प्रेशर झेल सकता है। इससे ज्यादा जब भी प्रेशर बढ़ेगा, तो ये कभी भी ब्लास्ट हो सकता है।
50 केजी वर्ग सेंटीमीटर तक ही प्रेशर झेल पाता है रसोई गैस
कंपनी के अधिकारी के अनुसार सिलिंडर स्टील बाडी होता है। यह गर्म होने के कारण नहीं फटता, बल्कि यह गर्म होने के बाद अधिक प्रेशर बढ़ाने लगता है।
लीकेज मामले में मिलता है इंश्योरेंस
आयल कंपनी के प्रतिनिधि के मुताबिक कहीं भी सिलेंडर फटने की घटना होती है तो इसमें सिर्फ के लीकेज होने वाली घटना को लेकर ही बीमा क्लेम किया जाता है। आयल कंपनियों की तरफ से ही गैस लीकेज का इंश्योरेंस होता है। इसमें पहले आयल कंपनियों की जांच करती है।