PM Narendra Modi: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स हैंडल्स पर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम और संबोधन अपलोड किए गए हैं. गुजरात से आने के बाद उत्तर प्रदेश के वाराणसी को अपना चुनाव केंद्र बनाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के हर राज्य से अपना भावनात्मक जुड़ाव मजबूत करने की कोशिश करते नजर आते हैं. 140 करोड़ देशवासियों को ‘मेरा परिवार’ कहकर संबोधित करने वाले पीएम मोदी की नजर इस समय चुनौती वाले प्रमुख राज्यों पर है.
इसे उनका ‘लोकल कनेक्ट’ कदम माना जा सकता है कि तमिलनाडु, बंगाल, पंजाब, ओडिशा आदि राज्यों की आम जनता को संदेश देने के लिए उन्होंने अपने नाम के साथ ‘तमिल’ जोड़कर स्थानीय भावनाओं को जोड़ा। ‘बांग्ला’, ‘उड़िया’, ‘कन्नड़’, ‘पंजाबी’, ‘तेलुगु’, ‘मराठी’ और ‘मलयालम’ लिखने वाले आठ अलग-अलग एक्स हैंडल बनाए गए हैं।
PM मोदी ने किया AI टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल
एआई की मदद से उनके भाषणों को संबंधित भाषा में ही सुना जा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल जानते हैं. 2014 में उन्होंने 3डी संबोधन शुरू किया जिसमें अलग-अलग जगहों पर उनके भाषणों को टीवी पर ऐसे दिखाया जाता था जैसे वह सामने खड़े होकर बोल रहे हों. अब एक नया प्रयोग सामने आया है.
हाल ही में उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘, ‘नरेंद्र मोदी मराठी’ और ‘नरेंद्र मोदी मलयालम’। है। इन एक्स हैंडल्स पर उन राज्यों से जुड़े प्रधानमंत्री के कार्यक्रम और संबोधन अपलोड किए गए हैं. पीएम के इस्तेमाल का इन राज्यों पर राजनीतिक असर भी है.
पश्चिम बंगाल में दावा
बंगाल की हर घटना को जोरदार तरीके से उठाया जाता है. संदेशखाली की ताजा घटना के बाद हाल ही में प्रधानमंत्री ने बंगाल जाकर एक जनसभा की थी. पिछले लोकसभा चुनाव में यहां बीजेपी 42 में से 18 सीटें जीतने में कामयाब रही थी. इस बार बीजेपी पश्चिम बंगाल में भी 370 से ज्यादा सीटों का लक्ष्य हासिल करना चाहती है. ओडिशा में बीजेपी कुल 21 में से आठ सीटें जीत सकती है. केरल में 20 सीटों पर बीजेपी का खाता भी नहीं खुला है और पंजाब में 13 सीटों पर चुनौतियां हैं.
गौरतलब है कि हाल ही में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने परिवार को लेकर पीएम मोदी पर निजी टिप्पणी की थी. इसके बाद से ही बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अपने नाम के साथ ‘मोदी का परिवार’ लिखकर मुहिम शुरू कर दी है. माना जा रहा है कि इस चुनाव में बीजेपी परिवारवाद पर ज्यादा मुखर होगी और इसे प्रमुख चुनावी मुद्दे के तौर पर उठाने की कोशिश करेगी. इस बीच इस प्रयोग के जरिए पीएम मोदी यह संदेश देने की कोशिश करेंगे कि उनके लिए पूरा देश ही परिवार है.