नई दिल्ली। पूर्व विधायक और बाहुबली मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) को उनके पैतृक गांव गाजीपुर के मोहम्मदाबाद स्थित शहीद घाट कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक (sepulchre) कर दिया गया है।
प्रशासन ने सिर्फ परिवार के सदस्यों को ही उन्हें दफनाने की इजाज़त दी। आपको बता दें कि मुख्तार अंसारी का गुरुवार को निधन हो गया था। मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया था।
कड़ी सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार
मुख्तार अंसारी के निधन के बाद पूरे उत्तर प्रदेश समेत गाजीपुर और मऊ में हाई अलर्ट है। पुलिस ने सभी जिलों में चौकसी बढ़ा दी है। मुख्तार के अंतिम संस्कार में भारी संख्या में समर्थक उमड़ पड़े थे।
हालांकि, बाहर से आने वाले लोगों को कब्रिस्तान के अंदर जाने की इजाजत नहीं थी। मौके पर डीएम समेत प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद थे और लोगों को कब्रिस्तान के अंदर जाने से रोका जा रहा था।
परिवार के अलावा किसी को इजाज़त नहीं
मुख्तार अंसारी को सुपुर्द-ए-खाक करते वक्त समर्थक जो अंतिम यात्रा में कब्रिस्तान के पास पहुंचे थे, वो अंदर जाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन सिर्फ परिवार के सदस्यों को ही अंदर जाने दिया गया।
अंतिम विदाई
भारी संख्या में समर्थकों और कड़ी सुरक्षा के बीच मुख्तार अंसारी की अंतिम विदाई हो गई है. जनाजे (funeral procession) को अब कब्रिस्तान ले जाया जा रहा है जहां उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी आने वाले लोगों से गुजारिश कर रहे हैं कि वो कब्रिस्तान के अंदर जाने की कोशिश न करें।
शहीद घाट पर दफनाया गया
भारी संख्या में समर्थकों और कड़ी सुरक्षा के बीच मुख्तार अंसारी का जनाजा कब्रिस्तान के लिए रवाना हो चुका है। जनाजे की नमाज के बाद उन्हें दफनाया जाएगा। गौरतलब है कि मुख्तार अंसारी को उनके पैतृक गांव गाजीपुर के मोहम्मदाबाद स्थित शहीद घाट कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया है।