नई दिल्ली: उत्तराखंड के हल्द्वानी में इस वक्त हिंसा फैल गई, जब पुलिस प्रशासन अवैध जमीन पर बने मदरसे और मस्जिद को जमींदोज करने पहुंचा। हिंसा ने इतना बड़ा रूप ले लिया कि चार लोगों की मौत हो गई और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
गुस्साई लोगों की भीड़ ने बसे, बाइक और गाड़ियों में आग लगा दी, जहां हालात काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठी चार्ज किया। स्थिति को सामान्य बनाने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिसबल तैनात कर दिया है। हल्द्वानी हिंसा को लेकर अब प्रशासन ने बड़ा खुलासा कर दिया है।
हल्द्वानी हिंसा पर नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने जो खुलासे किए हैं, वह किसी बड़ी साजिश का संकेत दे रहे हैं। खुद डीएम वंदना सिंह ने कहा है कि हल्द्वानी हिंसा के पीछे एक बड़ी साजिश है। नैनीताल डीएम वंदना सिंह के खुलासे से यह स्पष्ट हो रहा है कि हल्द्वानी हिंसा के पीछे एक सोची-समझी साजिश थी। नैनीताल डीएम वंदना सिंह के अनुसार, मस्जिद-मदरसे को जमींदोज करने के लिए नोटिस जारी कर दिया गया था।
नैनीताल डीएम ने कही बड़ी बात
हल्द्वानी हिंसा पर जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद हलद्वानी में विभिन्न स्थानों पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई। इस मामले में पहले ही सभी को नोटिस जारी कर दिया गया है। इसमें सुनवाई के लिए समय दिया गया। कुछ ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जबकि कुछ को समय दिया गया। कुछ को समय नहीं दिया गया। समय नहीं दिया गया वहां पीडब्ल्यूडी और नगर निगम द्वारा विध्वंस अभियान चलाया गया गया।
जानिए हिंसा के पीछे क्या साजिश
जब नोटिस दिया गया था, तब वहां इतने बड़ी संख्या में ईंट और पत्थर नहीं थे।
इसके बाद अतिक्रमण हटाने के आधे घंटे के बाद ही आगजनी हो गई।
इसके बाद मस्जिद-मदरसे के आसपास के घरों पत्थर मिले थे।
इसके बाद थाने में खड़े गाड़ियों में आग लगाई गई थी।
आसपास के छतों से पथराव किया गया था।
भीड़ ने पेट्रोल बम से हमला किया।
-भीड़ ने थाने पर हमला किया।