नई दिल्लीः पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। इसी बीच, पाकिस्तान सरकार ने वैश्विक संस्थाओं और देशों से “अधिक कर्ज” की अपील की है। पाकिस्तानी वित्त मंत्रालय के आधिकारिक एकाउंट से ट्वीट कर विश्व बैंक और अन्य संगठनों से कहा गया कि “भारत की कार्रवाई से पाकिस्तान को नुकसान हुआ है, इसलिए उसे आर्थिक मदद दी जाए।” साथ ही, पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप कर दोनों देशों के बीच शांति बहाली की गुहार भी लगाई।

क्या है पाकिस्तान का दावा?

पाकिस्तानी वित्त मंत्रालय ने दावा किया कि भारत के कारण उनकी अर्थव्यवस्था और सैन्य ढांचे को नुकसान पहुंचा है।

उन्होंने अंतरराष्ट्रीय भागीदारों से “तनाव कम करने में मदद” और “अधिक कर्ज देने” की मांग की।

पाकिस्तानी शेयर बाजार में गिरावट और रक्षा प्रणालियों के नष्ट होने का हवाला दिया गया।

भारत-पाकिस्तान के बीच हालात कितने गंभीर?

पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सीमा पर रॉकेट और मिसाइल हमले किए, जिन्हें भारत के वायु रक्षा तंत्र (Air Defense) ने नाकाम कर दिया।

भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए लाहौर समेत कई पाकिस्तानी शहरों के एयर डिफेंस सिस्टम को निशाना बनाया।

पाकिस्तान के कई लड़ाकू विमान और करोड़ों डॉलर के रक्षा ठिकाने नष्ट हो चुके हैं।

क्या पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था संकट में?

भारत के साथ बढ़ते तनाव के कारण पाकिस्तानी शेयर बाजार लगातार गिरावट का सामना कर रहा है।

पहले से ही कर्ज में डूबी पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था को और झटका लगने का खतरा है।

भारत ने स्पष्ट किया है कि उसका ऑपरेशन सिंदूर केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाने के लिए था।

लगातार बिगड़ रहे हालात

जानकारी के लिए बता दें कि जब से पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने पहलगाम में हमला किया तभी से दोनों देशों के बीच छत्तीस का आंकड़ा चल रहा है। भारतीय सेना दुश्मन को सबक सिखाने के लिए लगातार प्रयासरत है। कई शहरों में मिसाइलें गिराने के बाद पाकिस्तान की हर साजिश को बेनकाब किया है।