Panchamrit Health Benefit: बसंत पंचमी के दिन पंचामृत पीने से होगा स्वास्थ्य लाभ, जान आप भी चौंक जायेंगे!

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Health Desk

Panchamrit Health Benefit: बसंत पंचमी, भारत में बसंत ऋतु का आरंभ करने वाले उत्साहभरे त्योहार की शुरुआत का संकेत है। इस वर्ष, बसंत पंचमी 14 फरवरी को मनाया जा रहा है, जिसे लोग बहुत धूमधाम से मनाते हैं। इस दिन, लोग पीले, नारंगी, और लाल रंगों के कपड़े पहनते हैं और ज्ञान की देवी, सरस्वती की पूजा करते हैं। बसंत पंचमी की एक खास बात यह है कि इस दिन पूजा का प्रसाद बहुत ही स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है। प्रसाद में पीले रंग के चावल, बेसन की बर्फी, और हलवा शामिल होते हैं। इसमें विशेष रूप से पंचामृत भी होता है, जो आयुर्वेद के नियमों पर आधारित है। यह परंपरागत रेसिपी न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि सेहत के लिए भी लाभकारी है।

पंचामृत कैसे बनता हैं ?

पंचामृत, एक अत्यंत स्वास्थ्यकर और पौष्टिक तत्वों से युक्त प्रसाद है, जिसे प्रतिवर्ष विभिन्न धार्मिक अवसरों पर बनाया जाता है। इसे बनाते समय, गाय का दूध, घी, दही, दूध, और मिश्री या शहद का सबसे उत्तम संयोजन किया जाता है। दूध प्रोटीन का अच्छा स्रोत है, घी में हेल्दी फैट्स होते हैं, और शहद और दही हर मौसम में हेल्थ के लिए लाभकारी हैं। इसमें केसर और तुलसी के पत्ते भी होते हैं, जो इसकी पौष्टिकता को और भी बढ़ाते हैं।

पंचामृत पीने के लाभ

पंचामृत पीने से आपको विभिन्न स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होते हैं। इसमें दूध, घी, और शहद का संयोजन होता है, जो शक्ति से भरपूर हैं और सेहत को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं। पंचामृत पीने से आपका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बना रहता है। व्रत-उपवास और पूजा के दौरान, जब लोग लम्बे समय तक भूखे रहते हैं, तो पंचामृत पीने से उन्हें तुरंत ऊर्जा मिलती है। इससे शरीर के अंग और ऊर्जा स्तर में सुधार होता है। इसके अलावा, पंचामृत में मौजूद पोषण से ब्रेन, स्किन, हड्डियों, और मसल्स को भी आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त होते हैं, जो सेहत को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं।

पंचामृत पीने के कई लाभ होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। इसमें दूध, घी, दही, शहद, और शक्कर का मिश्रण होता है जो निम्नलिखित रूपों में सेहत को लाभ पहुंचा सकता है:

  • मस्तिष्क के लिए टॉनिक: पंचामृत मस्तिष्क के लिए एक उत्तम टॉनिक की भूमिका निभाता है। यह मेमरी पॉवर बढ़ाता है और कॉग्निटिव हेल्थ को सुधारता है।
  • इम्यूनिटी बढ़ाने वाला: शहद के एंटी-बैक्टीरियल गुण पंचामृत को इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं, जिससे शारीरिक संरचना को स्वस्थ रखा जा सकता है।
  • हृदय और हड्डियां को मजबूती: पंचामृत में मिलने वाले दूध और दही से मिलने वाला कैल्शियम हृदय और हड्डियों को मजबूत बना सकता है।
  • पाचन और अम्लता से राहत: यह हाइपरएसिडिटी या पित्त जैसी समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए आरामदायक हो सकता है, क्योंकि इसमें दही और शहद होता है जो पाचन को सुधार सकता है।
  • इमोशनल और मेंटल हेल्थ में सुधार: पंचामृत पीने से आपकी इमोशनल और मेंटल हेल्थ में भी सुधार हो सकता है, क्योंकि इसमें मिलने वाले पोषक तत्व मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।

पंचामृत करने सेवन कब करना चाहिए ?

पंचामृत का सेवन सबसे अच्छा समय सुबह होता है, खाली पेट। मां सरस्वती को चढ़ने वाला पंचामृत सुबह की शुभ आराधना का हिस्सा है और यह समय शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी होता है। खाली पेट पंचामृत का सेवन करने से शरीर में पोषक तत्वों की आवश्यकता पूरी होती है और इसे आसानी से डाइजेस्ट किया जा सकता है, जिससे सेहत में सुधार होती है।

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