नई दिल्ली Car Loan: हर कोई अपनी खुद की कार खरीदना चाहता है। इसके लिए काफी सारे बैंक लोन भी देते हैं। जिसके बाद आप थोड़ा सा अमाउंट जमा करके कार घर ला सकते हैं। लेकिन कार लोन हमेशा अपनी सैलरी और फाइनेंशियली स्थिति को ध्यान में रखकर ही खरीदना चाहए।
अब ये कैसे पता लगेगा कि कितनी सैलरी पर कितने लाख रुपये तक की कार खरीदना सही रहेगा। इसके लिए एक नियम है। ये नियम दर्शाता है कि आप कितनी कीमत में कार खरीद सकते हैं। इस नियम के बारे में जानते हैं।
जानें क्या है 20/4/10 का नियम?
20/4/10 का नियम कार लोन लेते समय काफी मदद करता है। ये नियम आपको ये बताता है कि कितने रुपये का और कितने समय का कार लोन लेना चाहते हैं। ग्राहक की आर्थिक स्थिति के हिसाब से ये जवाब देता है। इस नियम के मुताबिक किसी कार को तब अफोर्ड कर सकते हैं। जब आप इन तीन आवश्यकताओं को पूरा कर रहे हों।
आपको बता दें इस नियम के मुताबिक कार खरीदते समय आपको कम से कम 20 फीसदी या फिर उससे ज्यादा का डाउन पेमेंट करना चाहिए। यदि आप ऐसा कर सकते हैं तो नियम की पहली आवश्यकता हो जाती है।
ये नियम कहता है कि ग्राहकों को 4 साल या फिर इससे कम समय के लिए कार लोन लेना चाहिए। यानि कि लोन की अवधि मैक्जिमम 4 साल की होनी चााहिए। इस प्रकार वहीं कार खरीदें, जिसका लोन आप 4 साल के भीतर चुका पाएंगे।
कार लोन का ये नियम कहता है कि आपकी कुल ईएमआई की लागत आपकी मंथली सैलरी से 10 फीसदी से कम की होनी चाहिए। ट्रांसपोर्टेशन की लागत में EMI के अलावा फ्यूल और मेंटेनेंस का खर्चा भी शामिल होता है। अब आप वहीं कार खरीदें, जिसमें आप इन दिनों आवश्यकताओं को पूरा कर पाएंगे।
ये टिप्स आएंगी आपके काम
आप कार खरीदने जा रहे हैं तो कुछ बातों को जरुर गौर कर लें। जितना ज्यादा हो सकें उतना डाउन पेमेंट करें। अपग्रेडेड मॉडल लेने के बजाय कार का बेस मॉडल खरीदें। क्यों की ये कम लागत में पड़ेगा।
बीते सालों की बची हुई नई कार इन्वेंट्री पर विचार करें। अपनी मौजूदा कार को ज्यादा समय तक अपने पास में रखें और नई कार के लिए सेविंग करें। नई कार खरीदने के बजाय यूज्ड कार भी खरीद सकते हैं।