नई दिल्ली:Ayushman card limit increase. भगवान न करें आपको कोई हॉस्पिटल के चक्कर काटने पड़ें वहां पर आपको बीमारी के लिए लाखों रुपए खर्च करना पड़े। इसमें दो राय नहीं है कि देश में करोड़ों लोग हर साल बीमारियों पर अपनी बड़ी कमाई खो देते हैं। हालांकि मार्केट में कंपनियों के ऐसे कई प्रकार के हेल्थ बीमा है, जिसे आप समय रहते ले सकते हैं। लेकिन प्राइवेट कंपनियों की इंश्योरेंस प्रीमियम इतनी ज्यादा होती है, जिसे खरीदना हर किसी के बस की बात नहीं है। इन्हीं सब समस्याओं को देखते हुए देश के गरीबों के लिए सरकार आयुष्मान भारत योजना को संचालित कर रही है।
मौजूदा सयम में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) के कार्ड धारक 5 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान किया जाता है, जिससे आयुष्मान कार्ड में पात्र व्यक्ति किसी भी सरकारी व निजी अस्पताल में 5 लाख रुपए तक का इलाज फ्री में करा सकता है। बता दें कि इलाज का खर्चा केंद्र सरकार द्वारा उठाया जाता है। तो वही खबरों में सामने आया है कि सरकार आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में 5 लाख की लिमिट को बढ़ाने वाली है।
दरअसल आपको बता दे की आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ स्कीम में से एक है। तो वही मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो मोदी सरकार के दूसरा कार्यकाल जल्दी खत्म होने वाला है। जिससे देश में लोकसभा चुनाव लगे हुए हैं। इसी को देखते हुए सरकार अंतरिम बजट 2024 में एक से बढ़कर एक ऐलान कर सकते हैं। खबरों में सामने निकल कर आया है कि, सरकार की नजर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य देने वाली योजनाओं पर है।
10 लाख तक होने जा रही आयुष्मान कार्ड पर लिमिट
जिसमें कोई नई स्कीम आ सकती या मौजूदा स्कीम में खर्च बढ़ाया जा सकता है। इन्हीं में से आयुष्मान कार्ड योजना पर मौजूद 5 लाख रुपए तक की लिमिट को ₹10 लाख हो सकती है। आपको बता दें कि मोदी सरकार की ओर से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2024 को अंतरिम बजट पेश करेंगीं।
आयुष्मान कार्ड योजना में इलाज के लिमिट को बढ़ाने का यह मसौदा वित्त मंत्रालय की ओर से अंतिम रूप दिया जा सकता है। अगर सरकार आयुष्मान कार्ड पर इलाज बढ़ाने का इलाज इलाज लिमिट बढ़ाने का बंदोबस्त करती है। तो कैंसर और ट्रांसप्लांट जैसी गंभीर बीमारियों से दूसरे लाखों लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। सरकार का मकसद है कि ऐसे गंभीर बीमारियों को इलाज करीब आदमी कर सके।