नई दिल्लीः केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से लोगों के लिए बड़े-बड़ कदम उठा जाते रहे हैं, जिसका जमीन पर खूब असर देखने को मिलता है। केंद्र सरकार की ओर से जीएसटी की ऐसी व्यवस्था ऐसी चलाई जा रही है, जिससे कलेक्शन में इजाफे के साथ-साथ करदाताओं को भी बंपर फायदा हो रहा है। इन दिनों जीएसटी ज्यादातर कारोबारियों के लिए किसी वरदान की तरह साबित हो रही है।
अगर आपके भी करदाता हैं तो फिर मौज है, क्योंकि यह किसी बड़ी सौगात से कम नहीं है जो लोगों का दिल जीत रही है। यह बात खुद केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कही है। निर्मला सीतारमण ने इसके फायदे गिनाए और एक ऐसा राज्य भी बताया जिसे सबसे अधिक फायदा हो रहा है।
सीतारमण ने कही बड़ी बात
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी पर बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने गुड्स एंड सर्विस टैक्स से होने वाले फायदे गिनाए। इसके साथ ही कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों के लिए जीएसटी काफी फायदेमंद रही है। नया टैक्स सिस्टम लागू होने से त्रिपुरा के लोगों को काफी लाभ पहुंचा है। नई कर प्रणाली आने के बाद त्रिपुरा में राजस्व संग्रह में व्यापक वृद्धि भी दर्ज की गई है।
सीतारमण ने ये बातें राजधानी अगरतला में माल एवं सेवा कर विभाग की नई इमारत का उद्घाटन करने के बाद कही। आगे कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में इस पूर्वोत्तर राज्य का जीएसटी संग्रह बढ़कर 982.50 करोड़ रुपये कर दिया गया, जबकि वित्त वर्ष 2016-17 में केंद्रीय बिक्री कर संग्रह में इसकी हिस्सेदारी 4.61 करोड़ रुपये रही थी।
जानिए देश में कब लागू हुई थी जीएसटी
केंद्र की मोदी सरकार ने जीएसटी को साल 2017 में देशभर के लिए लागू किया था, जिससे सरकार के कलेक्शन में काफी अंतर आया। केंद्रीय वित्तमंत्र ने कहा कि किसी भी राज्य में खपत बढ़ने पर वहां जीएसटी संग्रह बढ़ोतरी होगी।
जुलाई 2017 में जीएसटी लागू होने के बाद से त्रिपुरा में राजस्व संग्रह काफी अच्छा देखने को मिल रहा है। आगे कहा कि जीएसटी पंजीकरण नहीं कराने वाली कंपनियों के साथ बड़ी कंपनियां कारोबार करना पसंद नहीं करती हैं लिहाजा इससे दूर रहना कारोबारियों के लिए फायदेमंद नहीं होगा।