नई दिल्लीः वित्तीय साल का आखिरी महीना है, जिसमें कुछ बड़े नियमों में बदलाव होने जा रहा है। सरकार की तरफ से अब कई ऐसी बेहतरीन स्कीम हैं जो लोगों का दिल जीतने का काम रही हैं। सरकार लोगों के लिए एनपीएस सब्सक्राइबर्स के लिए तमाम बेहतरीन स्कीम चलाने का काम किया जा रहा है।
एनपीएस सब्सक्राइबर्स के हित को ध्यान में रख बड़ा फैसला लिया था। उसने सेंट्रल रिकॉर्ड कीपिंग एजेंसी को एक्सेस करने के लिए टू-फैक्टर अथॉन्टिफिकेशन को जरूरी बनाने का काम किया थ। इसके साथ ही सीआरए में लॉग इन के लिए यह नियम 1 अप्रैल 2024 से लागू होने वाला है।
इसके लागू होने से सीआरए की सुरक्षा पहले के मुकाबले काफी बढ़नी तय मानी जा रही है। यह नेशनल पेंशन सिस्टम(एनपीएस) रिटायरमेंट प्लानिंग में सहायता प्रदान करता है। पीएफआरडीए इसको रेगुलेटर है। यह टू फैकटर अथॉन्टिफिकेशन क्या है। इससे क्या फर्क पड़ने वाला है।
एनपीएस से जुड़ी जरूरी बातें
वित्तीय साल 1 अप्रैल से एनपीएस के यूजर्स को सीआरए एक्सेस करने के लिए आधार कार्ड के जरिए लॉग इन करने की जरूरत होगी। लॉग इन प्रोसेस से सब्सक्राइबर्स के मौजूदा आईडी को इंटिग्रेट करने का काम किया जाएगा। पीएफआरडीए का मानना है कि यह लॉग इन प्रोसेस सिस्टम को सुरक्षित बनाने की कोशिश की जाएगी।
इसके अलावा नए सिस्टम की शुरुआत से पहले सेंट्रल रिकॉर्ड कीपिंग एजेंसियों सरकारी नोडल ऑफिसेज को डिटेल ऑपरेटिंग प्रोसिजर और प्रोसेस फ्लो के बारे में बताएंगी। नोडल ऑफिसर्स को इस बदलाव के बारे में समझाने की व्यापक कोशिश रहेगी। एनपीएस ट्रांजेक्शन के लिए पासवर्ड आधारित लॉग इनि का इस्तेमाल करते हैं।
गलत पासवर्ड से होगा नुकसान
पीएफआरडीए के मुताबिक,आधार के जरिए लॉग इन ऑथेन्टिकेशन से सरकारी ऑफिसेज और ऑटोनोमस बॉडीज की ओर से जाने वाले सभी एनपीएस एक्टिविटी सुरक्षित माहौल में होगी। यूजर के लगातार पांच बार गलत पासवर्ड लिंक करने पर खाता लॉक होगा। इसके बाद फिर खाता एक्सेस होने पर यूजर को अपना पासवर्ड रिसेट करने की जरूरत होगी। उसे या तो आई पिन के लिए रिक्वेस्ट करने की जरूरत होगी। जानकारी के लिए बता दें कि सरकार की तरफ से कई बेहतरीन स्कीम चलाई जा रही हैं, जिसका लोगों को बंपर फायदा मिल रहा है।