नई दिल्ली: Natural Farming: केंद्र और राज्य सरकार की ओर से किसानों के लिए तरह-तरह की स्कीम्स चलाई जा रही हैं। केंद्र सरकार की सपने देने वाली स्कीम पीएम किसान (PM Kisan) की 13वीं किस्त इस साल फरवरी में ही किसानों के खाते में ट्रांसफर हुई है। इसके बाद देशभर के सभी किसानों को 14वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार है। लेकिन इससे पहले हिमाचल प्रदेश की सरकार के द्वारा किसानों के लिए नई स्कीम को शुरु करने का ऐलान कर दिया गया है।
सरकार की ओर से कहा गया है कि हिमाचल प्रदेश में नेचुरल तरीके से खेती करने वाले तकरीबन 1.5 लाख किसानों को प्रोत्साहित करने के साथ प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना (PK3Y) के जरिए प्रमाणित किया जाएगा।
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28 फीसदी किसान बिना ट्रेनिंग के कर रहे प्राकृतिक खेती
जानकारी के लिए बता दें कि कृषि सचिव राकेश कंवर कहते हैं कि एक स्टडी के मुताबिक, तकरीबन 28 फीसदी किसानों ने बिना किसी ट्रेनिंग के प्राकृतिक रुप से खेती करने की तकनीको को अपनाया है। इसीलिए इस साल प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना (PK3Y) का ध्यान नेचुरल फॉर्मिंग (Natural Farming) करने वाले किसानों की ओर रहेगा।
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सरकार की ओर से एक बयान भी जारी किया गया है कि राज्य में संकुल आधारित कृषि विकास कार्यक्रम पर चर्चा करने के लिए कृषि विभाग के अधिकारियों ने कहा कि एक बैठक में कृषि सचिव के द्वारा कहा गया कि साल 2023-24 में नेचुरल फॉर्मिंग (Natural Farming) करने वाले तकरीबन डेढ़ लाख किसानों को ट्रेन करने की कोशिश की जाएगी।
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कृषि सचिव राकेश कंवर कहते हैं कि किसानों को इंकठ्ठा करने, नेचुरल फॉर्मिंग के तहत उनकी जमीन को बढ़ाने, वर्कशॉप की स्थापना और किसानों की ट्रेनिंग जैसी चीजों पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर रिजल्ट और सफलता से मालूम होता है कि हर कोई नेचुरल खेती से होने वाले फायदे से अश्वस्थ है और हमें खेती में लाभ के लिए इसको और भी आगे ले जाने की आवश्यकता है जिससे कि देश में बढ़ रही बीमारियों से छुटकारा मिल सकें।