Goverment Scheme: शिवालिक विकास मंच के प्रदेश अध्यक्ष एवं शिवालिक विकास मंच के पूर्व अध्यक्ष, जो विभिन्न निगमों, निगमों, बोर्डों आदि से सेवानिवृत्त हजारों कर्मचारियों को लगभग 10 वर्ष पहले सरकार द्वारा बंद कर दिए गए वृद्धावस्था सम्मान भत्ते की बहाली के लिए संघर्ष कर रहे हैं। जनता सेक्टर, जिसमें एचएमटी फैक्ट्री और बीसीडब्ल्यू सूरजपुर सीमेंट फैक्ट्री शामिल है। हरियाणा सरकार के चेयरमैन एडवोकेट विजय बंसल का संघर्ष अब रंग लाया है। हरियाणा सरकार ने वर्ष 2024-2025 के बजट में उपरोक्त सेवानिवृत्त कर्मचारियों को वृद्धावस्था पेंशन देने का निर्णय लिया है।
एडवोकेट विजय बंसल ने बताया कि करीब 10 साल पहले प्रदेश सरकार ने शहीद प्रदेश के हजारों कर्मचारियों, खासकर कालका विधानसभा क्षेत्र समेत पंचकुला जिले की एचएमटी फैक्ट्री के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को दी जाने वाली बुढ़ापा पेंशन बंद कर दी थी।
उक्त कर्मचारियों को जहां किसी प्रकार की सरकारी या गैर सरकारी पेंशन नहीं मिलती वहीं वृद्धावस्था सम्मान भत्ता के लाभ से भी वंचित रखा गया है.
जबकि उक्त कर्मचारियों को ईपीएफ की आधी पेंशन 3000 रुपये प्रति माह मिलती है। विजय बंसल ने कहा कि अब सरकार ने उक्त पेंशनधारियों को लाभ देने के लिए वृद्धावस्था सम्मान भत्ता योजना में संशोधन करने का प्रस्ताव दिया है ताकि उन बुजुर्गों को इसका लाभ मिल सके.
जिन्हें सरकार की ओर से प्रति माह कुल 3000 रुपये के बराबर पेंशन और ईपीएफ पेंशन या समय-समय पर संशोधित वृद्धावस्था सम्मान भत्ता मिलता है। इस संशोधन से प्रदेश के हजारों बुजुर्गों को फायदा होगा।
अब कालका क्षेत्र के सभी सेवानिवृत्त एचएमटी कर्मचारी, बीसीडब्ल्यू सूरजपुर सीमेंट फैक्ट्री के कर्मचारी, निगम और बोर्ड के पूर्व कर्मचारी अब वृद्धावस्था पेंशन के लिए आवेदन कर सकेंगे।
विजय बंसल ने बताया कि एचएमटी कर्मचारियों के कर्मचारी भविष्य निधि कोष में कटौती की जाती थी और बदले में उन्हें पेंशन के रूप में 1.5 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक नाममात्र का ब्याज मिलता था। इसके अलावा एचएमटी के कई कर्मचारी ऐसे हैं जिनके पास भविष्य निधि में पैसा नहीं था और उन्हें ईपीएफ से ब्याज नहीं मिल पा रहा था।
नहीं, उसे सरकारी वृद्धावस्था पेंशन नहीं मिल रही थी, वह गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा था। एचएमटी के कई कर्मचारी अपनी पेंशन का इंतजार करते-करते इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं। यहां बुजुर्गों और बच्चों के लिए भी रोजगार का कोई साधन उपलब्ध नहीं है।
विजय बंसल ने कहा कि उन्होंने उक्त कर्मचारियों की पेंशन बहाली के लिए कई बार मुख्यमंत्री के संबंधित विभाग के मंत्रियों और अधिकारियों को ज्ञापन दिया है और वर्ष 2022 में न्यायालय में जनहित याचिका भी दायर की है। उनके अधिकारों।