नई दिल्ली: Cryptocurrency Trade Update: कोविड-19 के संकट के बाद क्रिप्टो करेंसी में तेजी से गिरावट देखी गई है। जिससे हर कोई इसमें निवेश करने से पहले बार-बार सोचता है। ऐसा इसलिए कि देश में भी ऐसे कई पाबंदियां और नए नियम आ गए हैं जिससे क्रिप्टोकरंसी में निवेश करना पहले जैसा आसान नहीं रहा है। गौरतलब है कि बजट 2022 में क्रिप्टोकरेंसी पर 30 परसेंट के टैक्स और 1 परसेंट टीडीएस सरकार के एलान से बाद से करीब 32,000 करोड़ रुपये का क्रिप्टो ट्रेड वॉल्यूम भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंजों से विदेशी क्रिप्टो एक्सचेंज में शिफ्ट हो चुका है। वही हाल ही सामने आई एक थिंक टैंक स्टडी रिपोर्ट में क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर इसमें बड़ी जानकारी सामने आई है। जो हर क्रिप्टो में अपना पैसा लगाने के जाननी चाहिए।
आप को बता दें कि दिल्ली बेस्ड थिंक टैंक दि एसया सेंटर (Esya Center) ने एक स्टडी रिपोर्ट जारी किया है। इस स्टडी रिपोर्ट में क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स लगाने के एलान के बाद अप्रैल से अक्टूबर महीने के बीच क्रिप्टो में पैसा लगाने को लेकर बड़े चौकानें वाले खुलासा हुए है।
होने वाला है 99.3 लाख करोड़ रुपये का नुकसान
एसया सेंटर (Esya Center) ने एक स्टडी रिपोर्ट जिक्र किया गया है कि, मौजूदा टैक्स ढांचे के चलते अगले चार वर्षों में 99.3 लाख करोड़ रुपये के बराबर एक्सचेंज ट्रेड वॉल्यूम का नुकसान हो सकता है। इस रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि 32000 करोड़ रुपये के क्रिप्टो ट्रेड वॉल्यूम में 25,300 करोड़ रुपये पहले छह महीनों में ही बाहर जा चुका था। जिससे मार्केट कंडीशन और टैक्स ढांचे के चलते भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज में 60.8 फीसदी ट्रेड वॉल्यूम घटा है। यानि इस रिपोर्ट में बताया गया और पता चलता है कि भारतीय बाजार में ये मार्केट तेजी से अन्य मार्केट में जा रहा है।
गौरतलब है कि 1 अप्रैल, 2022 से बिट्कॉइन जैसे सभी क्रिप्टोकरेंसी के ट्रांसफर पर सरचार्ज और सेस के साथ 30 फीसदी इनकम टैक्स वसूली का नियम लागू है। इसके बाद वर्चुअल डिजिटल एसेट्स और नॉन फंजिबल टोकन के ट्रांसफर पर किए जाने भुगतान पर 1 फीसदी टीडीएस लगाने का प्रावधान लागू हो चुका है।
हाल के सत्र में मोदी सरकार ने संसद को बताया कि क्रिप्टोकरेंसी समेत सभी वर्चुअल डिजिटल एसेट्स पर टीडीएस वसूली के नियम के लागू होने के बाद से सरकार को टैक्स के रूप में 60.46 करोड़ रुपये की कमाई हुई है।
अब क्रिप्टोकरेंसी में कमाई करना आसान नहीं
ऐसे सरकार के निमय के अनुसार, 1 जुलाई 2022 से सभी क्रिप्टो के ट्रांजैक्शन पर टीडीएस का भुगतान करना होगा चाहे वो मुनाफे में बेचा गया हो या नुकसान में। ऐसे में निवेशक ने क्रिप्टोकरेंसी को सेल किया चाहे घाटा हुआ हो या फिर मुनाफा सरकार को ये एक फीसदी टीडीएस का भुगतान करना होगा। वही बताया जा रहा है, कि सरकार का इसके पीछे का मकसद क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन करने वालों के ठौर ठिकानों का पता लगाना। जिससे लोग गलत कामों में इसका प्रयोग ना कर पाएं।