नई दिल्ली CREDIT SCORE INCREASE: आज के समय बैंक किसी भी शख्स को लोन देते हैं तो सबसे पहले सिबिल स्कोर चेक कर सकते हैं। अगर आपका सिबिल स्कोर अच्छा है तो लोन कम ब्याज दर पर और भी आसानी से मिल जाता है। वहीं यदि क्रेडिट स्कोर खराब है तो लोन भी मिलना कठिन हो जाता है।
अगर आपको लोन भी जाए तो काफी ज्यादा ब्याज दरों के साथ में मिलता है क्यों कि खराब सिबिल स्कोर वालों को बैंक विश्ववश्नीय नहीं मानते हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनका सिबिल स्कोर माइनस में चला जाता है। ये वहीं लोग होते हैं जिन्होंने न तो कभी लोन लिया है और न ही क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं।
ऐसे स्थिति में उनकी कोई क्रेडिट हिस्ट्री ही नहीं होती है और इस कारण से क्रेडिट स्कोर 1 हो जाता है। इसको सामान्य लेग्लेज में लोग जीरो क्रेडिट स्कोर कह देते हैं। माइनस सिबिल स्कोर के केस में बैंक के सामने लोन लेने वाले को लेकर असमंजस की स्थिति होती है।
वहीं लोन मांगने वाला विश्वसनीय है या नहीं, ये समझ में नहीं आता है। क्यों कि लोन का कोई भी रिकॉर्ड ही नहीं होता है। इस स्थिति में बैंक शख्स को लोन देने में हिचकिचाते हैं। यदि आपके साथ भी ऐसा कुछ है, तो परेशान न हों, आप अपने माइनस सिबिल स्कोर को कुछ समय में तेजी से बढ़ाकर 750 के पार ले जा सकते हैं। जानें इसका क्या है तरीका।
इन तरीकों से तेजी से बढ़ जाएगा माइनस सिबिल स्कोर
माइनस सिबिल स्कोर को बढ़ाने के दो शानदार तरीके हैं। आप दोनों में से कोई भी तरीका अपना सकते हैं। इसमें पहला तरीका, यदि बैंक में आप दो छोटी-छोटी 10-10 हजार की एफडी कराते हैं तो एफडी के खुलने के बाद उसके ओवरड्राफ्ट सुविधा के तहत लोन ले लें। जैसे ही आप लोन प्राप्त करेंगे। आप पर कर्ज भार आ जाता है। लोन में ली गई राशि को तय समय में चुकाएं। इससे आपका लोन चुकाने का रिकॉर्ड काफी बेहतर होगा और आपका क्रेडिट स्कोर तेजी से बढ़ जाएगा।
इसका दूसरा और भी आसान तरीका ये है कि आप बैंक से क्रेडिट कार्ड लें और इसका उपयोग करके खरीदारी करें। क्रेडिट कार्ड से खर्च की गई राशि भी एक प्रकार का लोन ही है। जैसे ही आप क्रेडिट कार्ड के खरीदारी करेंगे। आपका लोन शुरु हो जाएगा। आप लोन के तौर पर खर्च की गई इस रकम का समय से पेमेंट करें। इससे आपका सिबिल स्कोर कुछ दिनों में अपडेट हो जाएगा।
ये गलतियां बिगाड़ सकते हैं आपका सिबिल स्कोर
अगर आपने बैंक से किसी प्रकार का लोन लिया है तो उसका रीपेमेंट समय से करें।
क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो ज्यादा बढ़ने न दें। इसके लिए आपके क्रेडिट कार्ड की जो भी सीमा है उसका 30 फीसदी या फिर उससे कम ही खर्च करें।
कम समय में ज्यादा लोन या फिर क्रेडिट कार्ड्स न लें। इस प्रकार की गलतियां आपके क्रेडिट स्कोर पर बुरा प्रभाव डालती है।
सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड दोनों को रखें और इनका रीपेमेंट समय से करें।
अगर आपने लोन का सेटलमेंट किया है तो उसको पूरी तरह से बंद कराएं और बैंक से नो ड्यूज का सर्टिफिकेट ले लें।