Astro tips : ज्योतिष शास्त्र में हर ग्रह अपने निश्चित समय पर ग्रहण (गोचर) करता है और इसका व्यक्ति के जीवन पर प्रभाव होता है। मंगल को ग्रहों का सेनापति कहने का कारण इसका स्वभाव है, जो साहसी, उत्साही, और अग्रेषित करने वाला होता है। इसके गोचर (ग्रहण) के समय या अवसर पर इसका प्रभाव विभिन्न राशियों पर अलग-अलग रूपों में पड़ता है। मंगल ने 1 जुलाई को सिंह राशि में प्रवेश किया था। मंगल एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने में लगभग 45 दिन का समय लगता है, इसे हम मंगल का एक चंद्रवर्षीय (मासिक) गोचर कहते हैं।
मंगल का गोचर बदलकर 18 अगस्त को सिंह राशि से कन्या राशि में होने से यह गोचर उन राशि के जातकों के लिए विशेष फलदायी रह सकता है। निम्नलिखित राशि के जातक इस गोचर के शुभ फलदायी प्रभाव का लाभ उठा सकते हैं:
- कन्या राशि: मंगल कन्या राशि में गोचर करने से कन्या राशि के जातकों को अपने स्वास्थ्य का ख़याल रखने में सहायक हो सकता है। वे अपने शक्ति और क्षमता का उपयोग करके अपने कार्यों में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। इस दौरान विवाह या भाग्यशाली भावी पार्टनर के साथ सम्बन्ध बनने की संभावना भी हो सकती है।
- वृश्चिक राशि: मंगल कन्या से वृश्चिक राशि में गोचर करने से वृश्चिक राशि के जातकों को पैसे से संबंधित लाभ हो सकता है। वे नए आय के स्रोत ढूंढ सकते हैं और आर्थिक स्थिरता प्राप्त कर सकते हैं। यह भी उनके लिए भाग्यशाली समय हो सकता है जब वे अपने जीवन में प्रगति कर सकते हैं।
- मीन राशि: मंगल कन्या से मीन राशि में गोचर करने से मीन राशि के जातकों को शिक्षा और ज्ञान से संबंधित लाभ हो सकता है। वे अपने अध्ययन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं और अध्यात्मिक जीवन में आगे बढ़ सकते हैं।
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Timesbull.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।