लंदन के ‘द ओवल’ मैदान पर खेले गए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने भारत को 209 रनों से करारी शिकस्त दे दी| इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया विश्व की पहली ऐसी टीम बन गई जिसके पास आईसीसी के सभी फॉर्मेट की ट्रॉफी हो। पैट कमिंस की कप्तानी में कंगारू टीम ने इस मैच में पांचों दिन बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया। वहीं यह मैच ख़त्म होने के बाद दोनों टीमों के कप्तान अपने-अपने बयान को लेकर सुर्ख़ियों में बने हुए हैं।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, इस मैच में हार के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि अगर विजेता तय करने के लिए 1 मैच के बदले अगर 3 मैचों की सीरीज़ रखी जाए तो यह काफी बेहतर फैसला होगा। रोहित ने कहा कि 2 साल कड़ी मेहनत करने के बाद टीमें इस टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला खेलने पहुंचती हैं, इसलिए 3 मैचों की सीरीज़ रखना एक बेहतर विकल्प हो सकता है।हालांकि, आगे उन्होंने यह भी कहा कि उस अनुसार विंडों पर भी ध्यान देना पड़ेगा।
रोहित शर्मा के सुझाव पर जब कंगारू टीम के कप्तान पैट कमिंस से पूछा गया तो कमिंस ने कहा कि उनकी टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की गदा को अपने नाम कर चुकी है। आगे उन्होंने कहा कि उनकी टीम को इस बात से कोई दिक्क़त नहीं होगी कि 3 मैचों की सीरीज़ हो या फिर 16 मैचों की, लेकिन ओलंपिक के फाइनल में खिलाड़ी के पास पदक जीतने का सिर्फ एक ही मौक़ा होता है।
पैट कमिंस के इस बयान के बाद हर तरफ चर्चा होनी शुरु हो गई। आपको बता दें कि कमिंस की कप्तानी में डब्लूटीसी के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने खेल के हर विभाग में शानदार प्रदर्शन किया। इस मैच में कंगारू टीम ने शुरुआत से ही पकड़ बनाकर रखा और भारतीय टीम को गेम में आने का कोई मौक़ा नहीं दिया।