लखनऊ: देशभर में गोहत्या के मुद्दे पर सोमवार 17 मार्च से दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रदर्शन करने का फैसला किया गया है। इससे पहले उन्होंने दावा किया है कि समाजवादी पार्टी की विधायक अनु टंडन ने उनसे मुलाकात की है और इस मुद्दे पर चर्चा के संकेत दिए हैं। ज्योतिर्मठ शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा है कि ‘महाकुंभ के दौरान हम चाहते थे कि केंद्र और राज्य सरकारें गायों की रक्षा के लिए कानून बनाएं और गायों को माता का दर्जा दें।

देवताओं का प्रतीक है

हालांकि ऐसा नहीं हुआ और कुंभ मेले के आखिरी दिन हमने सरकार को इस मुद्दे पर फैसला लेने के लिए 33 दिन का समय देने का फैसला किया।शंकराचार्य ने कहा- हमने उन्हें 33 दिन दिए, जो 33 करोड़ देवताओं का प्रतीक है। हर पार्टी का हर नेता गाय के पक्ष में बात करता है, लेकिन आंकड़े बताते हैं कि गोहत्या बढ़ गई है।

नुरोध को खारिज कर दिया

शंकराचार्य ने कहा कि समाजवादी पार्टी की अनु टंडन ने कल गुरुग्राम में हमसे मुलाकात की और बताया कि उनकी पार्टी इस पर चर्चा कर रही है। इस बीच हमने 17 मार्च को रामलीला मैदान में इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया था और हमें दिल्ली पुलिस से अनुमति भी मिल गई थी। हालांकि, केंद्र सरकार ने हमारे अनुरोध को खारिज कर दिया है।

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