नई दिल्ली: टीम इंडिया के स्टार लेग स्पिन गेंदबाज़ युजवेंद्र चहल का विश्व कप 2023 के लिए चयन नहीं हुआ, जिसपर उन्होंने आखिरकार अपने चुप्पी तोड़ ही दी। चहल ने अपनी निराशा ज़ाहिर की और साथ ही यह भी कहा कि उन्हें नज़रंदाज़ होने की अब आदत हो चुकी है। आपको बता दें कि यह कोई पहली बार नहीं है जब युजवेंद्र चहल को बड़े टूर्नामेंट से पहले भारत की टीम से दरकिनार कर दिया गया हो।
चहल ने दिया बयान
इससे पहले भारतीय टीम के दिग्गज लेग स्पिन गेंदबाज़ युजवेंद्र चहल को साल 2021 में खेले गए टी20 विश्व कप में भी टीम इंडिया से बाहर का रास्ता दिखाया गया था। वहीं इसके बाद टी20 वर्ल्ड कप में उनका भारत की टीम के लिए चयन तो ज़रूर हुआ था, लेकिन उन्हें एक भी मुकाबले में खेलने का मौक़ा नहीं दिया गया था। अब इस साल भारत की मेज़बानी में खेले जा रहे विश्व कप 2023 में भी युजवेंद्र चहल का चुनाव नहीं किया गया, जो अपने आप में ही काफी हैरान कर देने वाली बात है।
युजवेंद्र चहल इस वक़्त इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेल रहे हैं. द विज्डन से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि वह समझते हैं कि सिर्फ 15 खिलाड़ी ही स्क्वाड का हिस्सा बन सकते हैं। 17 या फिर 18 खिलाड़ियों को स्क्वाड में शामिल नहीं किया जा सकता। उन्हें भारत की विश्व कप टीम में नहीं चुने जाने पर थोड़ा बुरा ज़रूर लगा, लेकिन वह अपनी ज़िंदगी में आगे बढ़ना चाहते हैं और यही उनका लक्ष्य भी है। साथ ही साथ, चहल ने यह भी कहा कि अब उन्हें टीम से ड्रॉप होने की आदत हो चुकी है, क्योंकि अब 3 विश्व कप हो चुके हैं।
भारतीय टीम के स्टार स्पिनर युजवेंद्र चहल ने साथ ही यह भी बताया कि वह काउंटी क्रिकेट क्यों खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह काउंटी क्रिकेट इसलिए खेलना चाहते हैं क्योंकि वह बस कहीं और किसी भी तरह से क्रिकेट खेलना चाहते हैं। उन्हें यहां लाल गेंद से खेलने का मौक़ा मिला और वह सच में भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते हैं। चहल ने बताया कि उन्होंने अपने कोच से इस बारे में बात भी की।