इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज सीरीज उनके टेस्ट करियर की अंतिम सीरीज बन चुकी है। पांचवें टेस्ट में इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को 49 रनों से मात देकर सीरीज को 2-2 पर ख़त्म किया। इस सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट हासिल करने वाले गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड संन्यास लेने के बाद काफी भावुक नजर आए। ब्रॉड ने पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में बताया कि उन्हें अपनी जिंदगी में एक बात का सबसे ज़्यादा पछतावा रहेगा।
ब्रॉड का मलाल
दरअसल, स्टुअर्ट ब्रॉड कंगारू टीम के खिलाफ जब मैदान पर आखिरी बार बल्लेबाजी करने के लिए उतरे तो उन्होंने शानदार बल्लेबाज़ी के ज़रिए अपनी पारी का अंत किया। उन्होंने अपनी पारी की अंतिम गेंद पर छक्का जड़कर अपने रिटायरमेंट को और ख़ास बना दिया। इसके अलावा गेंदबाजी में अपनी अंतिम गेंद पर विकेट चटकाकर उन्होंने अपने आखिरी मैच को और यादगार बना दिया, लेकिन संन्यास लेने के बाद स्टु्र्ट ब्रॉड बेहद भावुक दिखाई दिए।
इंग्लिश टीम के महान तेज़ गेंदबाज़ स्टुअर्ट ब्रॉड ने कहा कि उन्हें हमेशा इस बात का मलाल रहेगा कि उन्हें एजबेस्टन टेस्ट के दौरान नई गेंद का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था, इस बात को बोलते हुए ब्रॉड काफी इमोशनल हो गए। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें क्रिकेट में ज्यादा कोई पछतावा नहीं है, लेकिन उन्हें एजबेस्टन टेस्ट के दौरान नई गेंद से गेंदबाज़ी नहीं करनी चाहिए थी। उनके अनुसार वह ऐसा करने में नाकाम रहे और कमिंस और लियोन के लिए बल्लेबाज़ी करना आसान हो गया।
दिग्गज तेज़ गेंदबाज़ स्टुअर्ट ब्रॉड ने कहा कि अगर वह टाइम मशीन में वापस जाएं तो वह पुरानी गेंद से ही गेंदबाजी करना चाहेंगे। लिहाजा, अंत में अगर कोई टीम ऑस्ट्रेलिया जैसी मज़बूत टीम से हारती है तो उस टीम को अपना सिर ऊपर रखना चाहिए। स्टुअर्ट ब्रॉड के संन्यास लेने के बाद उनके साथी खिलाड़ी भी काफी भावुक नज़र आए।